Location: Shree banshidhar nagar
शंकर प्रताप देव इंटर महाविद्यालय के कर्मियों ने एक प्रेस बयान जारी कर महाविद्यालय के सचिव राज राजेंद्र प्रताप देव पर कई गंभीर आरोप लगाया है। जारी प्रेस बयान में महाविद्यालय कर्मियों ने लिखा है कि सचिव के द्वारा मनमाने तरीके से प्रभारी प्राचार्य राजू प्रसाद राज को पद से हटाकर शंकर प्रताप देव डिग्री महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य कृष्णा जायसवाल को इंटर का भी प्रभारी प्राचार्य बना दिया गया।
यही नहीं शासी निकाय तथा जैक से बिना उसके नाम का अनुमोदन कराए ही स्थानीय स्टेट बैंक के शाखा प्रबंधक को डरा धमकाकर महाविद्यालय के खाता में भी उसे हस्ताक्षरी बना दिया और 16 अप्रैल 24 से उसी के हस्ताक्षर से कोई भी लेन-देन अथवा भुगतान हो रहा है। सचिन के मनमाने कार्यों का विरोध करने के कारण प्रभारी प्राचार्य राजू प्रसाद राज तथा प्रधान लिपिक मदन सिंह का जनवरी 24 से वेतन भी रोक दिया गया है। सचिव के द्वारा 25 जनवरी 24 को महाविद्यालय में आकर भरी भीड़ के बीच मदन सिंह के साथ गाली गलौज व मारपीट तक किया गया। सचिव के मनमानी से क्षुब्ध होकर शासी निकाय के शिक्षाविद सदस्य राम परीक्षा सिंह ने अपने पद से त्यागपत्र दे दिया। सचिव के विरुद्ध महाविद्यालय कर्मियों ने अनुमंडल प्राधिकारी, जैक सचिव, उपायुक्त, थाना व अन्य सक्षम लोगों के समक्ष शिकायत पत्र दिया, परंतु अभी तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है। महाविद्यालय कर्मी आगामी 10 जुलाई को होने वाली शासी निकाय की बैठक का इंतजार कर रहे हैं। यदि बैठक में भी महाविद्यालय कर्मियों को न्याय नहीं मिला और कृष्णा जायसवाल को हटाकर किसी वरीय शिक्षक को प्रभारी प्राचार्य नहीं बनाया गया तो महाविद्यालय कर्मी आंदोलन करने का भी मन बना रहे हैं। बयान जारी करने वालों में वरीय शिक्षक दिनेश कुमार सिंह, अरविंद प्रसाद गुप्ता, कृष्ण मुरारी सिंह, मदन सिंह, मनीष कुमार सिंह, राकेश रोशन कुमार, निखिल रंजन, अश्विनी कुमार, विवेक विभूति, अंजू सिंह, रेखा, विद्या सिंह, उदय राम, सृष्टि कुमारी, विकास प्रताप देव, गंगेश्वर राम, परवेज अंसारी, राम व्यास पांडेय, पंकज चतुर्वेदी, रागिब अहमद, गौरी सिंह, ज्योति सिंह, अभिजीत प्रताप देव, अनामिका सिंह, विजय ठाकुर आदि का नाम शामिल है।