
Location: Shree banshidhar nagar
:- जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा गठित जांच दल के सदस्य सह क्षेत्र शिक्षा प्रसार पदाधिकारी मो कैसर रजा व ओमप्रकाश सिंह गुरुवार को शंकर प्रताप देव इंटर महाविद्यालय पहुंचे। यहां कई विंदुओं पर कर्मियों के द्वारा मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, उपायुक्त व जिला शिक्षा पदाधिकारी को दिए आवेदन के आलोक में मामले की जांच किया। इस दौरान मो कैसर रजा ने प्रभारी प्राचार्य कृष्ण जायसवाल से कई विंदुओं पर साक्ष्य देने को कहा, सवाल पूछा तथा विभिन्न पंजी का अवलोकन किया।
जांच दल के समक्ष कृष्ण जायसवाल के द्वारा सवालों का गोल मटोल जवाब दिया गया तथा साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किया गया। कृष्ण जायसवाल से प्राचार्य के पद पर नियुक्ति एवं प्रभारी बनाने संबंधी शासी निकाय की बैठक एवं अन्य साक्ष्य प्रस्तुत करने को कहा, जिस पर कृष्ण जायसवाल ने कहा कि सभी दस्तावेज सचिव सह पूर्व विधायक राज राजेंद्र प्रताप देव के पास है, उनके आने पर उपलब्ध करा दूंगा। इस पर जांच दल के सदस्यों ने कहा कि सभी दस्तावेज महाविद्यालय में क्यों नहीं है, इस पर वह चुप लगा गए। जांच दल को महाविद्यालय के सभी कर्मियों ने एक स्वर में कहा कि सचिव राज राजेंद्र प्रताप देव बराबर मनमानी किए हैं। शासी निकाय को अंधेरे में रखकर हमेशा अकेले निर्णय लिए हैं। जांच दल ने राजू प्रसाद राज एवं मदन सिंह का वेतन गत 6 माह से रोके जाने का कारण पूछा, जिसका जवाब कृष्ण जायसवाल नहीं दे सके। जांच दल को कर्मियों ने स्पष्ट कहा कि लंबित अनुदान का वितरण नहीं होने के कारण यदि बकाया अनुदान की राशि बाधित होती है तो महाविद्यालय कर्मी विधि सम्मत कार्रवाई करने को विवश होंगे। कृष्ण जायसवाल को डिग्री और इंटर दोनों में प्रभारी रहने पर जांच दल ने मामले को अपने संज्ञान में लिया है। मौके पर दिनेश कुमार सिंह, अश्विनी कुमार चौबे, राजू प्रसाद राज, सत्येंद्र नाथ पांडेय, निखिल रंजन, अरविंद प्रसाद गुप्ता, मदन सिंह, अभिजीत कुमार देव, विकास प्रताप देव, मनीष कुमार सिंह, सुनील कुमार, कृष्ण मुरारी सिंह, सृष्टि कुमारी, पंकज कुमार चतुर्वेदी, इंदु शेखर पांडेय, अंजू सिंह, रेखा देवी, राकेश रंजन कुमार, उदय कुमार, गंगेश्वर राम, विजय ठाकुर, विक्की कुमार गुप्ता, परवेज अंसारी, विक्रम कुमार ज्योति आदि उपस्थित थे।