Location: रांची
रांची झारखंड में 43 विधानसभा सीटों पर पहले चरण में 13 नवंबर को मतदान होगा. सभी 43 सीटों पर सोमवार की शाम चुनाव प्रचार थम गया. इसके बाद प्रत्य़ाशी व समर्थक घर-घर जाकर प्रचार कर सकते हैं. ग्रामीण इलाकों में 13 नंबर को सुबह 7 बजे से शाम 4 बजे तक मतदान होगा. जबकि शहरी क्षेत्र के विधानसभा क्षेत्रों में सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक मतदान होगा.
सोमवार को चुनाव प्रचार का अंतिम दिन होने के कारण सभी राजनीतिक दलों ने अभियान में ताकत झोंक दी है. कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकाजुन खड़गे, केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री मोहन यादव, मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, कल्पना सोरेन, केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, असम के मुख्यमंत्री हिमंता विस्व सरमा सहित अनेक बड़े नेता सुबह से ही अलग-अलग विधानसभा क्षेत्रों में चुनाव प्रचार कर रहे हैं. शाम तक धुंआधार प्रचार चलेगा. रांची, हटिया व कांके विधानसभा क्षेत्रों में भी सुबह से ही प्रचार चल रहा है. लगभग सभी प्रत्याशियों ने बाइक रैली निकाली है. सभी प्रत्याशियों व दलों ने पूरी ताकत झोंक दी है.
कोल्हान में चार पूर्व मुख्यमंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर
पहले चरण में 13 नवंबर को कोल्हान प्रमंडल में भी मतदान होना है. यहां चार पूर्व मुख्यमंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है. पूर्व सीएम चंपाई सोरेन खुद सरायकेला से व बेटा बाबूलाल सोरेन घाटशिला से भाजपा के टिकट पर मैदान में हैं. पूर्व मुख्यमंत्री अजुन मुंडा की पत्नी मीरा मुंडा पोटका से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. पूर्व सीएम व ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास की बहू पूणिमा दास साहू जमशेदपुर पूर्वी से व पूर्व सीएम मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा जगन्नाथपुर से भाजपा के टिकट पर चुनाव लड़ रही हैं. इसलिए यहां चार पूर्व मुख्यमंत्रियों की प्रतिष्ठा दांव पर लगी हुई है.
हेमंत सोरेन सरकार के दो मंत्री चाईबासा से दीपक बिरूआ व घाटशिला से रामदास सोरेन भी मैदान में हैं. इनकी भी चुनावी परीक्षा होनी है.
पलामू प्रमंडल के दोनों मंत्री भी हैं मैदान में
गढ़वा से पेयजल व स्वच्छता मंत्री मिथिलेश ठाकुर व लातेहार से शिक्षा मंत्री बैद्यनाथ राम भी झामुमो के टिकट पर चुनाव मैदान में हैं. दोनों मंत्री को भाजपा उम्मीदवारों से कड़ी टक्कर मिल रही है. इसलिए इन दोनों की प्रतिष्ठा भी दांव पर है. रांची में भी पहले चरण में ही मतदान होना है. इसलिए राजधानी में भी सरगमी तेज है.