Location: Garhwa
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) के केंद्रीय प्रवक्ता धीरज कुमार दुबे ने मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की छापेमारी को राजनीति से प्रेरित बताया है। उन्होंने कहा कि भाजपा को पलामू प्रमंडल की पांच सीटों पर मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के प्रभाव से हारने का डर है। इसके अलावा, कोल्हान के चाईबासा क्षेत्र में भी उनकी मजबूत पकड़ है। गढ़वा में हुए विकास कार्यों की चर्चा पलामू प्रमंडल के सभी विधानसभा क्षेत्रों में हो रही है, जिससे लोग अपने-अपने विधायकों से सवाल करने लगे हैं। जनता अब क्षेत्र की पिछड़ी हालत के लिए दशकों से सत्ता में रहे विधायकों को जिम्मेदार ठहरा रही है।
दुबे ने कहा कि मंत्री ठाकुर न केवल विकास कार्यों में, बल्कि पलामू प्रमंडल के धार्मिक और सामाजिक गतिविधियों में भी सक्रिय रूप से भाग लेते हैं, जिससे गठबंधन को जनता का समर्थन मिल रहा है। भाजपा के आंतरिक सर्वेक्षणों में भी यह बात सामने आई है कि मंत्री ठाकुर की कार्यशैली के कारण भाजपा को पांच विधानसभा सीटों पर नुकसान होने की संभावना है।
दुबे ने आरोप लगाया कि पिछले छह महीनों से भाजपा मंत्री मिथिलेश ठाकुर पर पार्टी में शामिल होने का दबाव बना रही थी, लेकिन उनके मना करने पर ईडी का सहारा लिया गया। उन्होंने कहा कि भाजपा के शीर्ष नेतृत्व को यह नहीं पता कि मंत्री ठाकुर दिशोम गुरु शिबू सोरेन के शिष्य हैं और वह कभी भी भाजपा जैसी धार्मिक उन्माद फैलाने वाली पार्टी में शामिल नहीं होंगे।
दुबे ने यह भी कहा कि ईडी चाहे जितनी छापेमारी कर ले, लेकिन उसे गढ़वा की जनता की समस्याओं और विकास कार्यों के अलावा कुछ नहीं मिलेगा। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह चुनाव को देखते हुए ईडी का राजनीतिक हथियार के रूप में दुरुपयोग कर रही है, लेकिन मंत्री मिथिलेश ठाकुर इससे डरने वाले नहीं हैं। झामुमो के कार्यकर्ता घर-घर जाकर भाजपा की गलत नीतियों और इरादों के बारे में जनता को बताएंगे। गढ़वा की जनता भी इसे राजनीतिक दुर्भावना से प्रेरित कार्रवाई मान रही है और आगामी विधानसभा चुनाव में इसका जवाब देगी।