
Location: Garhwa
गढ़वा: झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने शुक्रवार को “लापता विधायक खोजो” अभियान चलाते हुए गढ़वा विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी पर छह गंभीर आरोप लगाए और उनका छह महीने का रिपोर्ट कार्ड जनता के सामने पेश किया। घंटाघर चौक पर आयोजित कार्यक्रम में आम लोगों को पर्चे बांटे गए और बताया गया कि विधायक ने जनहित के बजाय भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद को बढ़ावा दिया है।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए झामुमो केंद्रीय समिति सदस्य धीरज दुबे ने कहा कि “गढ़वा की जनता ने विश्वास कर जनप्रतिनिधि चुना था, लेकिन आज वही प्रतिनिधि जनता से दूरी बनाकर निजी हित साधने में लगे हैं।”
झामुमो के अनुसार छह मुख्य आरोप इस प्रकार हैं:
- कमीशनखोरी का बोलबाला: सरकारी योजनाओं में ठेकेदारों से मोटा कमीशन वसूला जा रहा है, और इनकार करने वालों को धमकाया जाता है।
- भाई-भतीजावाद: विधायक के करीबियों और रिश्तेदारों को ठेकों में प्राथमिकता दी जा रही है।
- जनहित की उपेक्षा: विधायक कोटे से जनकल्याणकारी योजनाएं ठप हैं।
- जनता से दूरी: आम जनता के सुख-दुख में विधायक की कोई भागीदारी नहीं है, केवल विशेष वर्गों से मेलजोल।
- कार्यकर्ताओं की उपेक्षा: चुनाव के बाद अपने ही कार्यकर्ताओं को भूल गए विधायक।
- राजनीतिक असंतोष: विधायक के खिलाफ पार्टी और संगठन के अंदर भी आक्रोश बढ़ता जा रहा है।
धीरज दुबे ने कहा कि “जनता पूछ रही है कि पिछले कार्यकाल में विधायक ने किया क्या? अब हालात ये हैं कि क्षेत्र विकास नहीं, भ्रष्टाचार की दिशा में बढ़ रहा है।”
कार्यक्रम में जेएमएम जिलाध्यक्ष शंभु राम, सचिव शरीफ अंसारी, जवाहर पासवान, दीपमाला कुमारी, तनवीर आलम सहित कई स्थानीय नेता मौजूद रहे। उन्होंने चेतावनी दी कि यदि विधायक की कार्यशैली में बदलाव नहीं आया तो झामुमो चरणबद्ध आंदोलन करेगा।