Location: रांची
रांचीः दूसरे चरण में 20 नवंबर को 38 विधानसभा सीटों पर मतदान होना है. अधिकांश सीटें संथाल परगना, गिरिडीह व कोलांचल इलाके में हैं. रांची में जिले में खिजरी व सिल्ली में भी 20 को ही मतदान है. दो दिन और प्रचार होगा. प्रचार में सभी दलों ने पूरी ताकत लगा दी है. स्टार प्रचारक मैदान संभाले हुए हैं. झारखंड की सत्ता तक पहुंचने के लिए संथाल व कोयलांचल की सीटें जीतना एनडीए व इंडी गठबंधन के लिए जरूरी है. जिसको इन क्षेत्रों से बढ़त मिलेगी सत्ता तक वही पहुचेगा. 38 में से चार सीटें ऐसी हैं जहां महिलाएं एक दूसरी की प्रतिद्वदी हैं. एनडीए व इंडी गठबंधन में महिलाओं के बीच ही मुकाबला है.
धनबाद में सिंह मेंशन की दो बहुएं आमने-सामने
कोयलांचल की राजनीति में धनबाद के सिंह मेंशन का दबदबा रहा है. सिंह मेंशन के पूर्व विधायक स्वर्गीय सूर्यदेव सिंह को कौन नहीं जानता है. 2019 के बाद 2024 के चुनाव में भी सिंह मेंशन चर्चा के केंद्र में है. वजह है दो बहुओं की टक्कर. झरिया विधानसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी विधायक पूर्णिंमा नीरज सिंह व भाजपा प्रत्याशी रागिनी सिंह के बीच कांटे का मुकाबला है. सिंह मेंशन की बहुएं दूसरी बार आमने-सामने हैं. गत विधानसभा चुनाव में पूर्णिमा सिंह को जीत मिली थी. इनके पति धनबाद के डिप्टी मेयर नीरज सिंह की हत्या के बाद मिली सहानुभूति लहर पर सवार होकर वह जीत गई थीं. लेकिन इस बार समीकरण बदला हुआ है. रागिनी सिंह के पति पूर्व विधायक संजीव सिंह नीरज सिंह हत्याकांड में ही लंबे समय से जेल में बंद हैं. इसलिए इस बार रागिनी सिंह सहानुभति लेने की कोशिश कर रही हैं. बहरहाल यहां मुकाबला कांटे का व दिलचस्प हो गया है.
गांडेय, डुमरी व रामगढ़ में भी महिलाओं के बीच टक्कर
गिरिडीह की गांडेय सीट से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन झामुमो के टिकट पर फिर से मैदान में हैं. भाजपा ने यहां स्थानीय मुनिया देवी को उम्मीदवार बनाया है. मुनिया देवी गिरिडीह जिला परिषद की अध्यक्ष हैं. भाजपा ने एक रणनीति के तहत महिला उम्मीदवार दिया है ताकि महिला वोटरों को लुभाया जा सके.
डुमरी में करीब दो साल पहले हुए उप चुनाव में झामुमो ने स्वगीय जगरनाथ महतो की पत्नी बेबी देवी को उम्मीदवार बनाया था. जबिक आजसू ने योशादा देवी को टिकट दिया था. उप चुनाव में बेबी देवी को जीत मिली थी. बेबी देवी हेमंत सोरेन सरकार में कैबिनेट मंत्री हैं. इस बार भी यहां बेबी देवी व योशादा देवी के बीच टक्कर है. हालांकि यहां से झारखंड क्रांतिकारी मोर्चा के अध्यक्ष जयराम महतो भी उम्मीदवार हैं. इसलिए मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.
रामगढ़ में एक बार भी आजसू की सुनीता देवी व कांग्रेस की ममता देवी में टक्कर है. 2019 के चुनाव में ममता देवी ने सुनीता देवी को हरा दिया था. लेकिन ममता देवी के गोला गोलीकांड में हुई सजा व जेल जाने के बाद हुए उप चुनाव में आजसू की सुनीता देवी विजयी हुई थीं. अब एक बार फिर दोनों चुनावी मैदान में हैं. यहां भी कांटे की टक्कर है. देखना होगा कि बाजी किसके हाथ लगती हैं.