Location: Shree banshidhar nagar
बंशीधर नगर – राजा पहाड़ी शिव मंदिर प्रांगण में पूरे सावन माह भर चलने वाले श्रावणी महोत्सव का शुभारंभ प्रथम दिन सोमवार को हुआ।
महोत्सव का उद्घाटन सपत्नीक गढ़वा जिले के प्रथम जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश शरण सिंह ने विद्वान पंडित रामचंद्र पाठक, पंडित गोपाल पाठक व पंडित गोविंद पाठक के वैदिक मंत्रोच्चार के बीच भगवान भोलेनाथ का विधिवत पूजन-अर्चन, महारुद्राभिषेक व आरती कर किया। सावन के प्रथम दिन से ही भक्तों की भारी भीड़ दर्शन-पूजन के लिए लगने लगी है। श्रावणी महोत्सव का विसर्जन भाद्र मास के प्रथम दिन शिव पार्वती व अन्य देवी देवताओं के भव्य शोभायात्रा के साथ किया जाता है। सावन के प्रथम सोमवार को पहाड़ी मंदिर सहित सभी शिवालय ओम नमः शिवाय, हर हर महादेव, बोल बम आदि जय घोष से गूंजते रहा। लोगों ने भगवान भोलेनाथ का दर्शन-पूजन कर घर-परिवार, गांव-समाज, राज्य व देश में अमन-चैन व खुशहाली की कामना किया।
प्रथम सोमवारीको सुबह से ही शिवालयों में श्रद्धालुओं की उंगली भीड़
अहले सुबह से देर शाम तक राजा पहाड़ी शिव मंदिर, पंचमुखी महादेव मंदिर चेचरिया, ओंकारेश्वर महादेव मंदिर, आशुतोष महादेव मंदिर व बागीचा शिव मंदिर पाल्हे कला, नर्वदेश्वर महादेव मंदिर जतपुरा, शिव मंदिर उसका कला, शिव मंदिर हेन्हो, प्रखंड परिसर स्थित शिव मंदिर, वन कार्यालय परिसर स्थित शिव मंदिर, श्री बंशीधर मंदिर, शिव मंदिर मरचवार, शिव मंदिर चितविश्राम, शिव मंदिर पुरैनी, नीलकंठ महादेव मंदिर नरखोरिया, शिव मंदिर विलासपुर, शिव मंदिर भोजपुर, शिव मंदिर बरोडीह सहित सभी शिवालयों व शिव स्थलों पर दर्शन-पूजन व जलाभिषेक के लिए श्रद्धालु भक्तों का तांता लगा रहा। दर्शन-पूजन व जलाभिषेक कर भक्तों ने घर-परिवार व क्षेत्र की खुशहाली की कामना भगवान भोलेनाथ से किया। राजा पहाड़ी शिव मंदिर में दर्शन-पूजन के लिए आने वाले भक्तगण भगवान भोलेनाथ का दर्शन करने के बाद मंदिर के नीचे गुफा में विराजी मां वैष्णो देवी व मंदिर के ठीक सामने नवनिर्मित माता पार्वती मंदिर, हनुमान मंदिर में जाकर दर्शन-पूजन कर रहे थे। राजा पहाड़ी शिव मंदिर में दर्शन-पूजन करने आने वाले शिव भक्तों को कोई परेशानी ना हो इसका पूरा ख्याल मंदिर निर्माण समिति के पदाधिकारी व सदस्यों के द्वारा रखा जा रहा था। मौके पर मंदिर कमेटी के रामचंद्र विश्वकर्मा, हरिहर विश्वकर्मा, कामेश्वर प्रताप देव, अशोक जायसवाल सहित काफी संख्या में महिला पुरुष श्रद्धालु भक्तगण, मंदिर कमेटी के पदाधिकारी, सदस्य आदि उपस्थित थे।