Location: रांची
रांची : संघ प्रमुख मोहन भागवत ने कहा है कि अभी भी आदिवासी व जनजाति इलाकों का समग्र विकास नहीं हो सका है। इन क्षेत्रों के विकास पर ध्यान दिए जाने की जरूरत है। ईमानदारी से काम करने पर जरूर विकास होगा। और आदिवासी भाई-बहन भी विकास की मुख्य धारा से जुड़ जाएंगे। मोहन भागवत आज बिशनपुर में विकास भारती की ओर से आयोजित ग्राम स्तरीय कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि विकास एक सतत प्रक्रिया है और यह जारी रहना चाहिए। ईमानदारी से काम होगा तो जरूर विकास कार्य में सफलता मिलेगी। भागवत ने कहा कि गांवों के विकास पर विशेष ध्यान देने की जरूरत है। गांवों के विकास से ही देश का विकास होगा। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ता एकजुट होकर काम करें, एक दूसरे की मदद करें। मदद की भावना रखनी चाहिए। मदद करने से समाज आपस में जुड़ता है और सौहार्द भी बना रहता है। सौहार्द बना रहेगा तो विकास भी होगा। गांव के विकास के लिए मिलजुल कर काम करने की जरूरत है । गांव में अभी भी बुनियादी सुविधाओं की कमी है ।आदिवासी भाई बहनों के विकास पर अधिक जोर दिए जाने की जरूरत है। उन्होंने गांव के विकास को लेकर रोड मैप बताते हुए कार्यकर्ताओं से इस कार्यक्रम में जुट जाने का आह्वान किया। भागवत ने कहा कि ऐसे अनेक लोग हैं जो सक्षम हैं फिर भी किसी की मदद नहीं करते। ऐसे लोगों को मदद करने के बारे में सोचना चाहिए चाहिए।
सम्मेलन को पद्मश्री अशोक भगत, पद्मश्री चामी मुर्मू, देवदत्त मोहन कई लोगों ने संबोधित किया। सभी ने गांव के विकास पर जोर दिया। अशोक भगत ने बिशनपुर में किए गए कार्यों की जानकारी दी। उन्होंने कहा कि बिशनपुर इलाके में विकास भारती की मदद से काफी बदलाव आया है। उनका प्रयास इस दिशा में जारी है और आगे भी जारी रहेगा।
ज्ञात हो की 10 दिनों के लिए रांची प्रवास पर आए संघ प्रमुख मोहन भागवत अन्य पदाधिकारी के साथ आज बिशनपुर गए थे।