बंशीधर नगर (गढ़वा):- पतंजलि योग समिति एवं भारत स्वाभिमान के तत्वाधान में शुक्रवार को अंतर्राष्ट्रीय योग शिविर के अवसर पर अनुमंडलीय न्यायालय परिसर में योग शिविर का आयोजन किया गया। वक्ताओं ने कहा कि योग जीवन की मौलिक आवश्यक आवश्यकता है। यह सिर्फ शरीर ही नहीं अपितु मानव जीवन के व्यवहारिकता के संपूर्णता समेटती है। मानसिक उथल-पुथल और अनिर्णय जैसे विषम स्थिति में शक्ति प्रदान करता है। योग को सभी के जीवन का हिस्सा बनाने का आग्रह किया। स्वस्थ राष्ट्र निर्माण की भूमिका निभाने के लिए योग विश्व के प्रत्येक नागरिक का नैतिक दायित्व हो इसका भी आह्वान किया। युवाओं में छा रहे निराशा और भयपूर्ण जिंदगी से वापस आने के लिए योग को हथियार के रूप में अपनाने को कहा। योग सात्विकता को प्रेरित करती है, जो आज के समय में मूल जरूरत बन गई है। राष्ट्र को समृद्ध बनाने में स्वस्थ दिमाग के रोल के लिए योग को अमृत बताया। पतंजलि के जिला संगठन मंत्री शैलेश कुमार शुक्ला के द्वारा चालन क्रिया, स्कंध संचालन, कटि चालन, घुटना संचालन, ताड़ासन, वृक्षासन, पादहस्तासन, अर्ध चक्रासन, त्रिकोणासन, भद्रासन, वज्रासन, अर्थ उष्ट्रासन, उतानमंडूकासन, वक्रासन, मकरासन, भुजंगासन, शलभाषण, सेतु बंधासन, उत्तानपादासन, हलासन, पवनमुक्तासन, शवासन, शीतली क्रिया, अनुलोम विलोम, कपालभांति सहित अनेक क्रियाओं का विधिवत प्रशिक्षण दिया गया। मौके पर जज मनोज कुमार त्रिपाठी, अरविंद कच्छप, रजिस्टर शैलेंद्र कुमार निपित, विकास पांडेय, दिवाकर द्विवेदी, संजय कुमार, ओमप्रकाश, संजय चौधरी, सरिता केरकेट्टा, आरती कुमारी, किरण सिंह, दीपक कुमार, रंजन कुमार रवि, कृष्ण सिंह, आदित्य कुमार सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे।