Location: Garhwa
गढ़वा: कला एवं समाज सेवा को समर्पित संस्था पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच द्वारा संचालित काव्यानुरागी प्रथम स्वरचित काव्य-पाठ प्रतियोगिता का आयोजन बंधन मैरेज हॉल , नवादा मोड़,गढ़वा में किया गया।
संस्कार भारती गढ़वा जिला इकाई के संरक्षक विजय सोनी व डॉक्टर पतंजलि केशरी, संस्कार भारती गढ़वा जिला इकाई के अध्यक्ष मदन प्रसाद केशरी,मार्गदर्शक श्रवण शुक्ल , अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के जिला संयोजक प्रमोद कुमार व वरिष्ठ अधिवक्ता राकेश त्रिपाठी तथा पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच के निदेशक नीरज श्रीधर स्वर्गीय ने संयुक्त रूप से भगवान नटराज की प्रतिमा के सामने दीप प्रज्वलन कर उद्घाटन किया।
विषय प्रवेश कराते हुए कला मंच के निदेशक नीरज श्रीधर स्वर्गीय ने कहा कि नवोदित रचनाकारों को समर्पित कार्यक्रम काव्यानुरागी की परिकल्पना युवा सांसद झारखण्ड व संस्कार भारती गढ़वा जिला इकाई की सहमंत्री अंजलि शाश्वत की है।इस अयोजन का उद्देश्य है नई पीढ़ी में साहित्य के प्रति रुचि पैदा करना है।इसकी सफलता हेतु आपका स्नेह व सहयोग अपेक्षित है।
निर्णायक के रूप में उपस्थित अखिल भारतीय साहित्य परिषद् के गढ़वा जिला संयोजक प्रमोद कुमार तथा स्थायी लोक अदालत के सदस्य सह अधिवक्ता राकेश त्रिपाठी के निर्णयानुसार स्वरचित काव्य पाठ प्रतियोगिता में प्रथम स्थान ज्योति मालाकार , द्वितीय स्थान आलिया परवीन तथा तृतीय स्थान जानवी कुमारी को प्राप्त हुआ। इन सभी को स्मृति चिह्न और प्रमाण-पत्र प्रदान कर इनका उत्साहवर्द्धन किया गया तथा शेष प्रतिभागियों को सहभागिता प्रमाण-पत्र प्रदान किया गया। राधा पार्वती एजुकेशनल एंड वेलफेयर ट्रस्ट के द्वारा पुरस्कार आदि का प्रबंध किया गया।
मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित विजय सोनी ने कहा कि नवोदित रचनाकारों को उचित मंच देकर उनकी प्रतिभा को निखारने का कार्य अत्यंत सराहनीय है। मैं इस पुनीत कार्य में हर प्रकार से सदैव पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच के साथ रहूँगा।
कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता समाजसेवी डॉक्टर पतंजलि केशरी ने कहा कि छुपी हुई प्रतिभाओं को उचित मंच व पहचान दिलाने का जो कार्य पंडित हर्ष द्विवेदी कला मंच द्वारा किया जा रहा है वह अत्यंत प्रशंसनीय है।ऐसे कार्य में हम सभी को तन-मन-धन से सहयोग करना ही चाहिए।
इस अवसर पर श्रवण शुक्ल ने “सूर्य का विवाह” कविता की सुंदर प्रस्तुति दी।
बाँसुरी वादन किया राजेश कुमार अम्बष्ठ ने।
अद्भुत प्रभात ने अपनी रचना “ओस की बूंद” प्रस्तुत की।
अंजलि शाश्वत ने अपनी कविता “दर्द दामन में किसके नहीं है कहो…” प्रस्तुत कर सभी को प्रभावित किया।
कार्यक्रम का संचालन गढ़वा जिला की प्रथम कवयित्री अंजलि शाश्वत ने किया।
इस अवसर पर फिल्म निर्माता प्रेम दीवाना, प्रदीप कुमार ,अखिलेश कुमार पांडेय, रंगकर्मी कौस्तुभ , नीरज कुमार, कराटे प्रशिक्षक मनोज संसाई, दीप्ति तिवारी,जानवी तिवारी, दीपक शुक्ल,योग साधिका अर्चना मिश्रा , शिवम चौबे, काव्या ,मुकुल सोनी,संजीव कुमार,कौसर अंसारी,जोया,धर्मेंद्र दिलराज ,वर्षा मालाकार, शान्वी मधुकर आदि उपस्थित थे।