Location: Shree banshidhar nagar
मुख्यमंत्री मंईयां सम्मान योजना को लेकर सत्ताधारी दल झामुमो पूरी तरह से प्रभावी है। गढ़वा जिले में इस योजना को लेकर झामुमो के कार्यकर्ता तथा नेता इतने उतावले दिख रहे हैं मानो इस योजना में नेताओं के घर से महिलाओं को इसी माह से पैसे मिलने लगेंगे। कुछ ऐसा ही नजरा कल भवनाथपुर विधानसभा चुनाव क्षेत्र के श्री बंशीधर नगर अनुमंडल में देखने को मिला जहां पर झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना शिविर में कर्मियों के नही पहुंचने से नाराज होकर गरबांध पंचायत सचिवालय में तालाबंदी कर दिया। भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र के नेताओं को यह समझना चाहिए कि वहां पर उनके नेता जिनके ईशारे पर सारा कुछ कर रहे हैं ,वे ना तो विधायक है और ना ही मंत्री हैं। ऐसे में सरकारी कार्यक्रम में सीधा हस्तक्षेप करने का उनका अधिकार नहीं बनता है ,और न हीं जिस प्रकार से शिविर में पहुंची महिलाओं को चुनावी सभा की तरह संबोधित कर रहे हैं वह मर्यादा अनुकूल है। यदि सत्ताधारी दल होने के नाते उनका अधिकार है तो फिर यदि शिविर में सरकारी महकमा नहीं पहुंचा तो उसकी जिम्मेवारी भी बनती है। ऐसे में तालाबंदी करने वाले लोगों को अपनी ही गलती कर शोर मचाना कहां तक उचित है।?
आगे तालाबंदी की सूचना पर वहाँ पहुंची बीडीओ अदिति गुप्ता ने कई घंटे बाद ताला खुलवाया। इस दौरान बीडीओ ने झामुमो के लोगों को आश्वस्त की शुक्रवार से बेहतर व्यवस्था कर दी जाएगी।
ग्रामीणों ने झामुमो अनुमंडल अध्यक्ष मुक्तेश्वर पांडेय को सूचना दिया की पंचायत सचिवालय पर आवेदन भरने के लिए बड़ी संख्या महिलाएं पहुंची हैं। लेकिन शिविर में कोई कर्मी नही पहुंचने के कारण कार्य ठप्प है। जिसे लेकर झामुमो अध्यक्ष मुक्तेश्वर पांडेय आग बबूला हो गए। वही से उन्होंने इसकी सूचना पदाधिकारियों को मोबाइल से दी। लेकिन सकारात्मक जबाब नही मिलने से मुक्तेश्वर पांडेय के नेतृत्व में झामुमो कार्यकर्ताओं ने पंचायत सचिवालय में ताला बंद कर दिया।
बीजेपी के इशारों पर काम कर रहे पदाधिकारी: मुक्तेश्वर
इस दौरान मौजूद महिलाओं को संबोधित करते हुए मुक्तेश्वर पांडेय ने कहा की मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने महिलाओं को सशक्त बनाने और सम्मान देने के लिए मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना की शुरुआत की है। प्राथमिकता पर इस योजना को पूरा करने के लिए गांव गांव शिविर लगाकर महिलाओं से आवेदन देने का निर्देश सरकार ने दिया है। महिला खेती बाड़ी छोड़कर इस योजना का आवेदन देने आती हैं। लेकिन यहां कोई कर्मी नही हैं जिसके कारण काम नही हो रहा है। उन्होंने कहा की पदाधिकारी से बात करने पर लगता है की वे इस योजना को लेकर उदासीन हैं। बीजेपी के इशारे पर पदाधिकारी काम कर रहे हैं। ऐसा नही होगा। इसकी शिकायत मुख्यमंत्री से की जाएगी।
वहीं इस संबंध में बीडीओ अदिति गुप्ता ने तालाबंदी की सूचना पर पंचायत सचिवालय पहुंची। इस दौरान बीडीओ ने झामुमो नेताओ और महिलाओं को आश्वस्त किया कि शुक्रवार से व्यवस्था चुस्त दुरुस्त कर दिया जाएगा। जिसके बाद पंचायत सचिवालय का बंद ताला खोला गया।
इस दौरान पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव के पुत्र मानवेंद्र प्रताप देव उर्फ मन्नू बाबा भी गरबंध पहुंचे। उन्होंने अक्रोषित महिलाओं से बातचीत की। महिलाओं को इस योजना में हो रही परेशानियों को लेकर कहा की सरकार ने महिलाओं के लिए महत्वपूर्ण योजना शुरू की है। 21 से 49 साल तक के हर महिला को इसका लाभ देना है। लेकिन निचले स्तर से कुछ परेशानी हो रही है।
इस पूरी खबर से समझा जा सकता है की झारखंड मुक्ति मोर्चा मईयां सम्मन योजना को लेकर कितने बड़े स्तर पर राजनीति कर रही है। झारखंड मुक्ति मोर्चा को ऐसा लग रहा है की समान योजना से महिलाओं को प्रति माह 1000र मिलने लगेगा और महिलाएं आने वाले विधानसभा चुनाव में उन्हें वोट दे देंगी। जो सरकार काम करती है उसे राजनीतिक लाभ की उम्मीद रखना गलत नहीं है परंतु इस योजना को लेकर झारखंड मुक्ति मोर्चा की ओर से जिस प्रकार से भुनाने की प्रवृत्ति दिख रही है, क्योंकि मंच से योजना का लाभ लेने के लिए पहुंचे महिलाओं को चुनावी सभा की तरह संबोधित करते भी झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेता दिख रहे हैं। जबकि यह कार्यक्रम सरकारी है ऐसे में
प्रशासनिक कार्यक्रम में पहुंची भीड़ को राजनीतिक इस्तेमाल करना कहीं से भी सही नहीं माना जा सकता है