
Location: Garhwa
गढ़वा/रंका: झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने रविवार को गढ़वा विधानसभा क्षेत्र के रंका प्रखंड मुख्यालय में आयोजित एक विशाल जनसभा को संबोधित किया। रंका उच्च विद्यालय के मैदान में जुटी भारी भीड़ को संबोधित करते हुए उन्होंने भाजपा पर तीखे हमले किए। उन्होंने कहा कि भाजपा का झारखंड और यहां की जनता से कोई लगाव नहीं है, बल्कि उसकी नजर राज्य की समृद्ध खनिज संपदा पर टिकी हुई है। उन्होंने कहा, “भाजपा हर हाल में झारखंड की सत्ता पर काबिज होना चाहती है ताकि यहां की प्राकृतिक संपदा को अपने फायदे के लिए इस्तेमाल कर सके।”
मुख्यमंत्री सोरेन ने भाजपा पर उनकी सरकार गिराने की कोशिशों का आरोप लगाते हुए कहा, “पिछले पांच सालों में भाजपा ने झारखंड की चुनी हुई सरकार को अस्थिर करने का हर संभव प्रयास किया। भाजपा की रणनीति है कि वह समाज में फूट डालकर सत्ता में आए और फिर जनता के हक और अधिकारों पर कब्जा जमाए।” उन्होंने जनता से 13 नवंबर को झामुमो के चुनाव चिन्ह तीर-धनुष पर बटन दबाकर मिथिलेश कुमार ठाकुर को विजयी बनाने की अपील की।
मुख्यमंत्री ने भाजपा की आलोचना करते हुए कहा कि वे केवल हिंदू-मुस्लिम और जात-पात के नाम पर राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “भाजपा के लोग समाज में विभाजन पैदा करना चाहते हैं ताकि सत्ता पर काबिज हो सकें। उनके पास विकास का कोई एजेंडा नहीं है। अगर भाजपा को मौका मिला तो ये लोग जनता के शरीर से कतरा-कतरा खून तक निकाल लेंगे। ये केवल सत्ता के भूखे हैं।”
जनसभा में उपस्थित मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने कहा कि झारखंड की जनता मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के कार्यों से प्रभावित होकर इंडिया गठबंधन का समर्थन कर रही है। उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि उसके विधायकों ने अपने कार्यकाल में जनता के लिए कुछ नहीं किया। मंत्री ठाकुर ने कहा, “गढ़वा की जनता ने भाजपा को दस साल तक मौका दिया, लेकिन उसके विधायक ने 40 करोड़ की विधायक निधि का दुरुपयोग करते हुए घोटाला किया। उनके कार्यकाल में विकास के नाम पर कुछ भी नहीं हुआ। वे केवल अपनी संपत्ति बढ़ाने में लगे रहे।”
उन्होंने यह भी कहा, “भाजपा के नेता चुनावी माहौल में गढ़वा का दौरा तो कर रहे हैं, लेकिन असल में उन्हें गढ़वा के विकास में कोई दिलचस्पी नहीं है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी गढ़वा का विकास देखने आ रहे हैं, लेकिन चुनाव के बाद वे यहां की जनता को भूल जाएंगे।”
मुख्यमंत्री सोरेन ने झारखंड में नक्सलवाद और बांग्लादेशी घुसपैठ पर भाजपा के बयान को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा, “अगर नक्सलवाद पूरी तरह खत्म नहीं हुआ होता, तो यहां चुनाव दो चरणों में कैसे हो रहे हैं? झारखंड का पहला मुख्यमंत्री हूं, जिसने बूढ़ा पहाड़ पर कदम रखा है। भाजपा झारखंड में घुसपैठ की बात करती है, लेकिन झारखंड की बिजली खुद बांग्लादेश को भेजी जा रही है। यह सब केंद्र सरकार के निर्देश पर हो रहा है।”
मुख्यमंत्री ने आगे कहा कि उनकी सरकार ने राज्य में 15,000 किमी ग्रामीण सड़कों के निर्माण का खाका तैयार किया है, जिससे ग्रामीण इलाकों में विकास को गति मिलेगी। उन्होंने बताया कि झारखंड में हर गरीब परिवार को प्रतिमाह 2500 रुपये देने का कानून बन चुका है और वे आने वाले समय में हर गरीब के घर में 1 लाख रुपये देने का लक्ष्य रख रहे हैं।
इस सभा में झामुमो जिलाध्यक्ष तनवीर आलम, सचिव मनोज ठाकुर, पूर्व सांसद कामेश्वर बैठा, नितेश सिंह, चंदन जायसवाल, वीरेंद्र साव, कबूतरी देवी, सुरेंद्रनाथ तिवारी, अंजली गुप्ता, छुन्नु कुरैशी, प्रखंड अध्यक्ष आशीष कुमार गुप्ता, कार्तिक पांडेय, ब्रजेंद्र चौधरी, संजय कुमार सिन्हा, दीपक सोनी, मो. अलीम, इरफान अंसारी, मालती देवी और जिला परिषद सदस्य अर्पणा तिवारी सहित बड़ी संख्या में कार्यकर्ता और समर्थक उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर के इस संबोधन ने जनता के बीच जोश और एकजुटता का माहौल बनाया, जिससे आगामी चुनावों में झामुमो के प्रति समर्थन में बढ़ोतरी की संभावना है।
