Location: Garhwa
बाल विकास परियोजना अंतर्गत गर्भवती महिलाओं, धात्री माताओं एवं बच्चों को पोषण, स्वास्थ्य एवं विद्यालय पूर्व शिक्षा के लिए आंगनबाड़ी केंद्र महत्वपूर्ण इकाई है। इसे लेकर गढ़वा जिले के विभिन्न बाल विकास परियोजना अंतर्गत सेविका एवं सहायिकाओं का चयन किया गया है। जिले के गढ़वा, मेराल, रंका, भंडरिया मझिआंव, कांडी, नगर ऊंटारी, भवनाथपुर एवं धुरकी परियोजना अंतर्गत 20 सेविका एवं 30 सहायिकाओं का चयन किया गया है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि पेयजल एवं स्वच्छता एवं खेल कूद विभाग के माननीय मंत्री श्री मिथिलेश ठाकुर ने कहा कि महिला बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग अंतर्गत संचालित सभी योजनाओं के संचालन में आंगनबाड़ी सेविका एवं सहायिका की महत्वपूर्ण भूमिका है। इनके द्वारा राज्य सरकार की महत्वाकांक्षी योजना ‘सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना’, ‘मुख्यमंत्री कन्यादान योजना’, टी.एच.आर. वितरण, पोषाहार कार्यक्रम, टीकाकरण कार्यक्रम एवं स्थानीय स्तर पर पोषण एवं स्वास्थ्य से संबंधित कार्य किए जाते रहे हैं। उन्होंने कहा कि इनके चयन से स्थानीय स्तर पर पोषण एवं स्वास्थ्य से संबंधित कार्यों में गति मिलेगी।
उपायुक्त श्री शेखर जमुआर ने कहा कि सभी सेविका एवं सहायिका का चयन आंगनबाड़ी केंद्र स्तर पर आम सभा के माध्यम से किया जाता है, जिसमें बाल विकास परियोजना पदाधिकारी अध्यक्ष, महिला पर्यवेक्षिका संयोजिका, संबंधित प्राथमिक, मध्य विद्यालय के प्रधानाध्यापक सदस्य, ए.एन.एम. एवं मुखिया चयन समिति के सदस्य होते हैं। चयन समिति के द्वारा चयन के पश्चात अनुमोदन के लिए जिला समाज कल्याण पदाधिकारी के माध्यम से उप विकास आयुक्त के द्वारा अनुमोदन करने के पश्चात परियोजना स्तर पर एक दिवसीय तथा केंद्र स्तर पर दो दिवसीय प्रशिक्षण पश्चात योगदान कराया जाता है। उन्होंने कहा कि इनके चयन से सरकार की महत्वाकांक्षी योजनाओं के संचालन में मदद मिलेगी।
कार्यक्रम में माननीय मंत्री श्री मिथिलेश ठाकुर के अलावा उपायुक्त श्री शेखर जमुआर, जिला परिषद अध्यक्ष, उप विकास आयुक्त, जिला समाज कल्याण पदाधिकारी सहित अन्य मौजूद थे।