Location: रांची
रांची: धनवार से भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी के खिलाफ चुनाव लड़ रहे निर्दलीय प्रत्याशी निरंजन राय को मनाने शनिवार को असम के मुख्यमंत्री व झारखंड भाजपा के चुनाव सह प्रभारी हिमंता बिस्वा सरमा और गोड्डा सांसद निशिकांत दुबे उनके गांव पहुंचे. दोनों नेताओं ने बंद कमरे में निरंजन राय से बातचीत की. उन्हें विधानसभा चुनाव मैदान से हटने और बाबूलाल को समर्थन देने को लेकर दोनों नेताओं ने समझाया. निरंजन राय को सरकार बनने पर उचित मान सम्मान देने का भरोसा दिया. करीब एक घंटे तक हुई बातचीत के बाद हिमंता सरमा व निशिकांत दुबे हेलीकॉप्टर से निरंजन राय को लेकर उड़ गए. साथ जाने के बाद इस बात की चर्चा तेज हो गयी कि निरंजन राय मान गए हैं. यदि नहीं माने होते तो भाजपा नेताओं के साथ नहीं जाते. संभव है कि निरंजन राय को पार्टी के बड़े नेता से मुलाकात करायी जा सकती है. इसी उद्देश्य से भाजपा नेता उन्हें यहां से लेकर गए हैं. इस मामले में निरंजन राय की कोई प्रतिक्रिया तत्काल नहीं मिल सकी है.बीजेपी सांसद निशिकांत दुबे और असम के मुख्यमंत्री हिमांता बिस्वा सरमा निर्दलीय प्रत्याशी निरंजन राय के गांव पपीलों पहुंचने के बाद दोनों बीजेपी नेता जमामो मंदिर में पूजा-अर्चना की बात कह कर पहुंचे थे. इसके बाद जब निरंजन राय सांसद निशिकांत दुबे और मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा को छोड़ने हेलीपैड पर गए तो निरंजन राय को दोनों ने अपने साथ हेलीकॉप्टर में बैठा लिया और लेकर चले गए.सूत्रों की माने तो वह निर्दलीय प्रत्याशी निरंजन राय को बीजेपी में शामिल कर बाबूलाल मरांडी के पक्ष में लाने के प्रयास में है. दोनों नेता निरंजन राय से मिलकर निकल चुके हैं. निकलने के तुरंत बाद सांसद निशिकांत दुबे ने कहा है कि निरंजन राय भाजपा के थे और बीजेपी में ही रहेंगे. वहीं मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा ने कहा कि सकारात्मक बातचीत हुई है. शीघ्र ही शुभ सूचना मिलेगी.कौन हैं निरंजन रायनिरंजन राय एक कॉन्ट्रेक्टर और समाजसेवी हैं . बताया जाता है कि इनकी क्षेत्र में अच्छी पकड़ है. भूमिहार जाति से आने वाले निरंजन की लोकप्रियता के कारण माना जा रहा है कि उनकी उम्मीदवारी बीजेपी को सीधा नुकसान पहुंचा सकती है. इसी कारण जैसे ही निरंजन ने निर्दलीय चुनाव लड़ने की घोषणा की, गोड्डा के सांसद निशिकांत दुबे उन्हें मनाने पहुंचे. हालांकि बात नहीं बनी और निरंजन ने नामांकन दाखिल कर दिया.अब जब निरंजन राय चुनाव मैदान में उतर चुके हैं और जनता का समर्थन भी मिलने लगा है, भाजपा की चिंता और बढ़ गई है. ऐसे में पार्टी की ओर से उन्हें मनाने के प्रयास लगातार जारी हैं.