Location: Manjhiaon
मझिआंव: नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड नंबर 10, भुसुआ के ग्रामीणों ने सड़क निर्माण न होने पर विरोध तेज कर दिया है। आजादी के 77 साल और नगर पंचायत बने 15 साल बाद भी विकास से कोसों दूर इस क्षेत्र में सड़कों, बिजली, पानी और अन्य बुनियादी सुविधाओं का अभाव है। रविवार को पूर्व वार्ड पार्षद इबरार खां के नेतृत्व में सैकड़ों ग्रामीणों ने मदरसा के समीप और पाल टोला में गोलबंद होकर सड़क निर्माण की मांग उठाई। उन्होंने नारा दिया, “रोड नहीं तो वोट नहीं” और चेतावनी दी कि अगर 10 दिन के भीतर सड़क निर्माण का काम शुरू नहीं हुआ, तो वे आगामी विधानसभा चुनाव का बहिष्कार करेंगे।
पूर्व वार्ड पार्षद इबरार खां और ग्रामीणों ने बताया कि मझिआंव-गढ़वा मेन रोड से लेकर भुसुआ उर्दू मध्य विद्यालय तक सड़क का टेंडर पहले ही निकाला जा चुका है, लेकिन स्थानीय विधायक और नगर पंचायत के प्रतिनिधियों द्वारा इसे होल्ड पर रखा गया है। इस क्षेत्र के लिए कुल 12.36 करोड़ रुपए की लागत से पांच योजनाओं का टेंडर निकला था, जिसमें से चार योजनाओं को पूरा कर दिया गया, पर भुसुआ की सड़क योजना को अकारण रोका गया। ग्रामीणों ने सवाल उठाया कि उनके साथ ऐसा सौतेलापन क्यों किया गया
ग्रामीणों ने स्पष्ट कहा कि अगर 10 दिन के भीतर सड़क का काम शुरू नहीं हुआ, तो वे विधानसभा चुनाव में वोट का बहिष्कार करेंगे, जैसा कि उन्होंने पिछले लोकसभा चुनाव में किया था। उस समय भी वोट बहिष्कार के बाद चुनाव अधिकारियों ने आश्वासन दिया था, जिसके बाद ग्रामीणों ने मतदान किया था। इस बार भी, अगर उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो वे उग्र आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
पूर्व वार्ड पार्षद इबरार खां, मो. जसीमुद्दीन अंसारी, नईम अंसारी, इमरान अंसारी, सुंदर पाल, मुख्तार अंसारी, अयूब अंसारी सहित सैकड़ों ग्रामीण इस विरोध में शामिल रहे।
सड़क बनने से लगभग 10,000 लोगों को इसका सीधा लाभ होगा, और 20 गांवों का आवागमन सुगम हो जाएगा। वर्तमान में बरसात के मौसम में यहां पैदल चलना भी मुश्किल हो गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि नगर पंचायत बनने के बाद भी इस क्षेत्र को बुनियादी सुविधाओं से वंचित रखा गया है, और अब वे इसे बर्दाश्त नहीं करेंगे।