मझिआंव (प्रतिनिधि): प्रखंड क्षेत्र के उत्क्रमित मध्य विद्यालय विडंडा के हेडमास्टर नीरज तिवारी पर घोटाले और दुर्व्यवहार के गंभीर आरोपों के बावजूद उपायुक्त के निर्देश के एक माह बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इससे ग्रामीणों में गहरा आक्रोश है। थक-हार कर रामपुर पंचायत की मुखिया कुमारी छाया, पंचायत समिति सदस्य गुलाब देवी, विद्यालय प्रबंधन समिति अध्यक्ष जयराम चौधरी समेत दर्जनों ग्रामीणों ने स्थानीय विधायक नरेश प्रसाद सिंह से मिलकर न्याय की गुहार लगाई है।
दिए गए आवेदन में आरोप लगाया गया है कि हेडमास्टर नीरज तिवारी द्वारा एमडीएम और विकास मद की राशि में घोटाला किया गया है, बच्चों को मध्यान्ह भोजन देना बंद कर दिया गया है, और समिति सदस्यों के साथ दुर्व्यवहार भी किया गया है। मामले की गंभीरता को देखते हुए उपायुक्त शेखर जमुआर के निर्देश पर डीएससी द्वारा गठित जांच टीम ने 28 मार्च को विद्यालय में जांच की थी। जांच में घोटाले की पुष्टि हुई और 4 अप्रैल को रिपोर्ट जिला शिक्षा अधीक्षक को सौंप दी गई, लेकिन अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है।
ग्रामीणों की मांग पर विधायक नरेश प्रसाद सिंह ने डीएससी से बात कर कार्रवाई का आग्रह किया, जिस पर कार्रवाई का आश्वासन मिला है। उधर, आदिम जनजाति बहुल इस क्षेत्र के लोग मांग कर रहे हैं कि विवादित शिक्षक को हटाकर किसी अन्य शिक्षक की प्रतिनियुक्ति की जाए, ताकि बच्चों की पढ़ाई बाधित न हो।

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