
Location: Meral
मेराल, गढ़वा: प्रखंड के पतहरिया गांव निवासी एक बुजुर्ग दंपति बीते दो वर्षों से राशन और पेंशन के लिए भटक रहे हैं, लेकिन अब तक उन्हें कोई राहत नहीं मिल सकी है। 70 वर्षीय भुलाई बियार और 65 वर्षीया मूर्ति देवी ने कई बार प्रखंड कार्यालय में आवेदन दिया, लेकिन उनकी फरियाद पर कोई कार्रवाई नहीं हुई।
बुधवार को एक बार फिर वे प्रखंड कार्यालय पहुँचे, लेकिन मायूस लौटना पड़ा। मूर्ति देवी ने बताया कि पहले उन्हें पेंशन और राशन दोनों मिला करता था, जिससे किसी तरह उनका जीवन चलता था। अब सबकुछ बंद हो गया है, और जीवन यापन बेहद कठिन हो गया है।
दंपति ने बताया कि उनके चार बेटे हैं, लेकिन कोई देखभाल नहीं करता। गांव के लोग भी मदद को आगे नहीं आते। भुखमरी जैसी स्थिति में वे जीने को मजबूर हैं। उन्हें न यह बताया गया कि राशन और पेंशन क्यों बंद हुआ, न ही किसी ने समाधान का भरोसा दिया।
