Location: Bhavnathpur
भवनाथपुर प्रखंड में बढ़ते रहे तापमान से भीषण गर्मी है। सुबह 8 बजे से ही झुलसा देने वाली गर्मी पड़ रही है। प्रखंड में मंगलवार को अधिकतम तापमान 46 डिग्री पर पहुंच गया। जिसके बाद दोपहर में सड़कों पर लोग गर्मी से बचाव करते नजर आए।
भवनाथपुर प्रखंड में भीषण गर्मी व तेज धूप के कारण लोगों का हाल बेहाल हो गया है। लू चलने से दोपहर के समय तो लोग घरों में दुबके रहने पर मजबूर हो रहे हैं। भीषण गर्मी के इस मौसम में लोगों की दिनचर्या पूरी तरह से बदल गई है। सुबह व शाम के समय ही लोग घरों से बाहर निकल रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि गर्मी ज्यादा होने के कारण उल्टी दस्त की बीमारियां भी बढ़ने लगती है। गर्मी बढ़ने के बाद ठंडे पेय पदार्थों का सेवन करना चाहिए। भूखे पेट बाहर नहीं निकले। जहां तक हो सके शरीर को ढक कर ही बाहर निकले। बढ़ते तापमान से परेशान लोग गर्मी से बचने के लिए कोल्ड ड्रिक, लस्सी, गन्ना का जूस सहित नींबू का शरबत, शिकंजी इत्यादि ठंडी चीजें पीकर शरीर को ठंडक प्रदान कर रहे हैं।
बच्चों को नियमित अंतराल पर पानी पिलाएं ताकि वे डिहाइड्रेशन से न जूझें
भवनाथपुर सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के चिकित्सक डॉ नीतीश भारती का कहना है कि हाइड्रेट रहना वयस्कों और शिशुओं दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। जब हम प्यास महसूस करते हैं और उसे बुझाने के लिए पानी की बोतल पकड़ते हैं, तो बच्चे स्वयं इसका उपयोग नहीं कर पाते हैं। यह आपकी जिम्मेदारी है कि आप बच्चों नियमित अंतराल पर पानी पिलाएं ताकि वे डिहाइड्रेशन से न जूझें। कोशिश करें और अपने शिशु को ढीले-ढाले और हल्के वजन के कपड़े पहनाएं। इसके अलावा, हमेशा ध्यान रखें कि अपने बच्चे के लिए खरीदारी करने के लिए जाते समय, आप हमेशा सांस लेने वाले कपड़े चुनें, जो कपास जैसे प्राकृतिक कपड़े से बने हों। सिंथेटिक कपड़ों की तुलना में सूती कपड़े बेहतर तरीके से पसीना सोखते हैं।
ऐसे कपड़े पहनें जिनमें सांस लेना आसान हो
डॉक्टरों का कहना है कि गर्मी के मौसम में पसीना ज़्यादा आता है इसलिए शरीर को ज़्यादा पानी की ज़रूरत पड़ती है। इसलिए डिहाइड्रेशन का शिकार बनने से अच्छा है कि दिन में 3 से 4 लीटर पानी ज़रूर पिएं और खुद को हाइड्रेट रखें। धूप में आप कितनी देर समय बिता रहे हैं, इस बारे में सचेत रहें। कई बार हम काम के चक्कर में भूल जाते हैं कि गर्मी और हम पर सीधी तौर पर पड़ धूप कितना नुकसान कर सकती है। जैसे जिन दिन गर्मी का पारा तेज़ है या ज़्यादा उमस है उस दिन बाहर काम करने से बचें। अपनी त्वचा और शरीर को सूरज की तेज किरणों से बचाना न भूलें। गर्मी के मौसम में हमेशा हल्के और ऐसे कपड़े पहनें जिनमें सांस लेना आसान हो। इससे शरीर का सही तापमान बना रहेगा। जरूरी हो तभी सुबह दस बजे के बाद निकले