

गढ़वा:झारखंड सरकार के श्रम नियोजन, प्रशिक्षण एवं कौशल विकास विभाग के तत्वाधान में जिला नियोजनालय गढ़वा द्वारा दंतोपंत ठेंगड़ी रोजगार मेला 2025 का आयोजन 7 फरवरी को फॉरेस्ट कॉलोनी गढ़वा में किया गया। इस मेले का उद्घाटन उपायुक्त शेखर जमुआर, अनुमंडल पदाधिकारी संजय कुमार, कृषि पदाधिकारी शिव शंकर प्रसाद, भूमि संरक्षण पदाधिकारी चंद्र किशोर प्रसाद और जिला नियोजन पदाधिकारी नीरज कुमार ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया।
600 से अधिक नौकरियों के अवसर, 64 युवाओं का चयन
इस रोजगार मेले में 19 निजी कंपनियों ने भाग लिया, जिनमें सोडेक्सो कॉर्पोरेट, एसआईएस लिमिटेड, एलआईसी, स्पंदना सफार्टी फाइनेंस, मिलेनियम स्किल बाय जी4एस, डेल्हीवेरी लिमिटेड, यूनिवर्सल आइडियल सेवा समिति समेत अन्य कंपनियां शामिल थीं। इन कंपनियों ने मैनेजर, लोन ऑफिसर, क्लर्क, सिक्योरिटी गार्ड, अकाउंटेंट, नर्सिंग ट्यूटर, रिलेशनशिप ऑफिसर, डिलीवरी बॉय, टीचर, मशीन ऑपरेटर जैसे पदों के लिए आवेदन लिए।
मेले में 2218 रिक्तियों की पेशकश की गई, जिनमें से 600 पद गढ़वा और झारखंड के लिए उपलब्ध थे। रोजगार मेले के दौरान 64 युवाओं का चयन किया गया, जबकि 222 युवाओं को अगले चरण के लिए शॉर्टलिस्ट किया गया। मुख्य अतिथियों द्वारा 6 युवाओं को सांकेतिक रूप से नियुक्ति पत्र प्रदान किए गए।
“नौकरी का मतलब सिर्फ सरकारी नौकरी नहीं” – उपायुक्त
उपायुक्त शेखर जमुआर ने युवाओं को संबोधित करते हुए कहा कि रोजगार का मतलब सिर्फ सरकारी नौकरी नहीं होता, बल्कि निजी क्षेत्र में भी अपार संभावनाएं हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपने परिवार और समाज के लिए आत्मनिर्भर बनना होगा और कोई भी नौकरी छोटी-बड़ी नहीं होती। उन्होंने जिला नियोजन पदाधिकारी को रोजगार मेले के प्रचार-प्रसार को और बेहतर बनाने के निर्देश दिए।
युवाओं को रोजगार से जोड़ने की पहल
जिला नियोजन पदाधिकारी नीरज कुमार ने मेले में आए सभी बेरोजगार युवाओं को रोजगार से जुड़ी योजनाओं की विस्तृत जानकारी दी और कहा कि इस तरह के आयोजन आगे भी होते रहेंगे, जिससे अधिक से अधिक युवाओं को रोजगार मिल सके।
