
Location: Garhwa

गढ़वा : स्थानीय जीएन कन्वेंट (10+2) स्कूल में शनिवार को राष्ट्रवाद विषय पर संगोष्ठी का आयोजन किया गया, जिसमें विद्यार्थियों में राष्ट्र के प्रति प्रेम, निष्ठा और समर्पण की भावना को जागृत करने पर बल दिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विद्यालय के निदेशक सह शिक्षाविद मदन केशरी और उपप्राचार्य बीके ठाकुर ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलन एवं भारत माता तथा महाराणा प्रताप के चित्र पर पुष्प अर्पित कर किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए निदेशक मदन केशरी ने कहा कि भारत विविधताओं का देश है, परंतु राष्ट्रवाद ही वह भावना है जो अलग-अलग पृष्ठभूमियों के लोगों को एकता के सूत्र में बांधती है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रवाद समर्पण, त्याग और बलिदान का प्रतीक है, जो हर नागरिक को देशहित में कार्य करने की प्रेरणा देता है। यह भावना सैनिकों को सीमाओं पर अडिग रहने का संबल देती है और नागरिकों को देश के लिए कुर्बानी देने को प्रेरित करती है।
उन्होंने यह भी कहा कि राष्ट्रवाद किसी भी भेदभाव को नहीं मानता — चाहे वह धर्म, जाति, भाषा या लिंग का हो। नर-नारी दोनों ने आजादी के पहले से ही देश सेवा में योगदान दिया है और आज भी राष्ट्र निर्माण की प्रक्रिया में समान रूप से सहभागी हैं।
कार्यक्रम के दौरान आयोजित भाषण प्रतियोगिता में कक्षा 9वीं के छात्र भास्कर तिवारी ने उत्कृष्ट विचार प्रस्तुत करते हुए प्रथम स्थान प्राप्त किया। उन्हें निदेशक द्वारा शील्ड एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया, जबकि अन्य प्रतिभागियों को भी प्रशस्ति पत्र और उपहार प्रदान किए गए।
इस अवसर पर विषय प्रवेश बीके ठाकुर ने कराया, मंच संचालन कार्यक्रम प्रभारी शिक्षक कृष्ण कुमार ने किया, तथा धन्यवाद ज्ञापन शिक्षक विकास कुमार ने किया। जज के रूप में संतोष प्रसाद और नीरा शर्मा मौजूद थीं। कार्यक्रम को सफल बनाने में विज्ञान शिक्षक वीरेन्द्र शाह, खुर्शीद आलम, मुकेश भारती, नीलम कुमारी, सरिता दुबे, सुनीता कुमारी, रागिनी कुमारी, शिवानी कुमारी, ऋषभ श्रीवास्तव, पूजा प्रकाश, संतोष प्रसाद समेत अन्य शिक्षकों की भूमिका सराहनीय रही।