- सीएम ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का दिलाया भरोसा
गढ़वा: कांडी- थाना क्षेत्र में काफी बड़े पैमाने पर डेटवाली सरकारी दवाएं फेंक दिए जाने के मामले में 103 दिन बाद भी कोई कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर सीएम से फरियाद की गई। सीएम ने तुरंत रिपोर्ट तलब कर दोषियों के विरूद्ध कड़ी कानूनी कार्रवाई का भरोसा दिलाया। कांडी के सतबहिनी के निकट एक गड्ढे में करीब पांच लाख रुपए की कामयाब सरकारी दवाएं फेंकी हुई पाई गई थी। यह 16 मार्च 2024 की घटना है। इस गंभीर मामले की जानकारी दिए जाने पर झारखंड के स्वास्थ्य मंत्री ने जांच व कार्रवाई का निर्देश दिया था। बावजूद इसके कांडी थाना में अज्ञात के खिलाफ एफआईआर के बाद से मामले को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है। इससे आक्रोशित ग्रामीणों ने कांडी अस्पताल के निकट 11 जुन को एक दिवसीय धरना प्रदर्शन भी किया है। स्वयंसेवी संस्था दृष्टि यूथ ऑर्गेनाइजेशन के प्रधान सचिव शशांक शेखर ने मंगलवार को मुख्यमंत्री चंपाई सोरेन से मिलकर इस अक्षम्य आपराधिक वारदात की विस्तार से जानकारी देते हुए आवेदन सौंपते हुए कार्रवाई की मांग की। सीएम ने तत्काल अपने निजी सचिव को संबंधित घटना की रिपोर्ट मंगाने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि इसके दोषियों को पकड़कर कड़ी से कड़ी सजा दी जाएगी। युवा समाजसेवी ने दो दिन पहले गढ़वा जिला में ही मझिआंव प्रखंड के पुरहे के सुगवा नाला के निकट बड़े पैमाने पर दवाएं फेंके जाने की भी जानकारी दी। लोकल जांच में उसे प्राइवेट दवाएं बताया जा रहा है। कहा गया कि सरकारी अस्पताल में जेनरिक दवाएं नहीं आतीं। जबकि सदर अस्पताल के दवा वितरण केंद्र से केवल जेनरिक दवाएं दी जाती हैं। जबकि सदर अस्पताल के ही पीएम जन औषधि केंद्र में भी आधी जेनरिक दवाएं ही रहती हैं।