Location: Ranka
रंका: भगवान जगन्नाथ महाप्रभु बहन सुभद्रा एवं दाउ बलभद्र के साथ मौसीबाड़ी में पिछले एक सप्ताह के प्रवास के पश्चात वापस रविवार को अपने मूल स्थान ठाकुरबाड़ी मंदिर स्थित अपने कक्ष लौटे ।
राजपुरोहितों एवं राजपरिवार के सदस्यों के अलावा भारी संख्या में श्रद्धालु भक्तों ने सामुहिक शंखध्वनी तथा गगनभेदी जय उद्घोष के बीच भगवान के रथ को मौसी बाड़ी से रविवार के संध्या समय ठाकुरबाड़ी मंदिर पहुंचाया इसके पूर्व पिछले एक सप्ताह तक मौसी बाड़ी मे भगवान जगन्नाथ महाप्रभु बहन सुभद्रा एवं भैया बलभद्र की राजपुरोहितों द्वारा बिशेष आतिथ्य सेवा एवं पूजन किया जा रहा था जहां संध्या समय भगवान के मनोरंजन हेतू स्थानीय संगीत प्रेमियों द्वारा देर रात्रि तक भजन कीर्तन आयोजित था रविवार को श्री मद् भागवत महा पुराण की पाठ समाप्ति के पश्चात हवन एवं महा प्रसाद भोग अर्पित किया गया तत्पश्चात राजपुरोहितों ने भारी संख्या में उपस्थित भक्तों के द्वारा सामूहिक शंख ध्वनि एवं गगनभेदी जय उद्धोष के बीच भगवान के श्री विग्रह को पूरे बिधि बिधान से रथासीन करा कर ठाकुरबाड़ी मंदिर पहुंचाया गया जहां राजपुरोहितों ने भगवान के श्री बिग्रह को उनके कक्ष में बैदिक मंत्रोच्चार के बीच स्थापित कराया तथा एक बार पुनः बिशेष श्रृंगार , पूजन एवं नैवेद्य अर्पित करने के बाद महाआरती की गई जहां उपस्थित भक्तों ने भगवान से अपने व अपने प्रियजनों के सुखद जीवन की कामना की याचना की
इस मौके पर ठाकुर बाड़ी मंदिर के सेवईत तथा राजपरिवार के लोगों के अलावा भारी संख्या में स्थानीय भक्त उपस्थित थे वहीं बिधि ब्यवस्था के सफल संचालन को लेकर प्रशासनिक पदाधिकारियों के अलावा पुलिस प्रशासन के जवान उपस्थित थे।