Location: Garhwa
गढ़वा जिले के कांडी- प्रखंड क्षेत्र के सुंडीपुर और कसनप गांव के इलाके में सैकड़ो से अधिक चमगादड़ों की मौत हो गई। आशंका जत्ताई जा रही है की भीष्म गर्मी की वजह से सभी चमगादड़ों की मौत हुई है।
ग्रामीणों के मुताबिक दोनों गांव में चमगादड़ विशालकाय पीपल के पेड़ पर रहते थे। सभी पेड़ सोन नदी के तटीय इलाके में है। सोन तटीय एवं कोयल नदी के किनारे स्थित होने और बालू गर्म होने के कारण क्षेत्र में अधिक तापमान बताया जा रहा है। बुधवार के दिन जब स्थानीय ग्रामीण इलाके में गए तो देखा कि कुछ चमगादड़ मर चुके थे और पेड़ से नीचे गिरे हुए थे। कुछ देर बाद अचानक पेड़ से चमगादड़ों के शव नीचे गिरने लगा चमगादड़ों की मौत के बाद ग्रामीणों में दहशत का माहौल बन चुका है।
बताते चलें कि इस क्षेत्र में भी कई दशकों के बाद पलामू प्रमंडल में रिकॉर्ड तापमान के आंकड़े दर्ज किए गए हैं। मंगलवार एवं बुधवार को 47 डिग्री सेल्सियस से अधिक तापमान दर्ज किया गया है। लोगों का कहना है कि यह तापमान 1978 के बाद सबसे अधिक है। इस भीष्म गर्मी से जनजीवन बिल्कुल अस्त-व्यस्त हो चुका है। और आशंका जताई जा रही है कि चमगादड़ों की मौत गर्मी की वजह से ही हुई है। इधर इस संबंध में प्रखंड विकास पदाधिकारी सह सीओ आफताब आलम ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। और पता लगाया जा रहा है कि चमगादड़ों की मौत कैसे हुई है।