Location: पलामू
विधानसभा चुनाव को लेकर पलामू प्रमंडल में विभिन्न राजनीतिक दल सक्रिय हैं, जिनमें भारतीय जनता पार्टी, कांग्रेस, झारखंड मुक्ति मोर्चा और राष्ट्रीय जनता दल तथा बहुजन समाज पार्टी शामिल हैं। पिछले चुनावों में इन दलों ने इस क्षेत्र में अपनी उपस्थिति दर्ज कराई थी। परंतु राजनीतिक दृष्टिकोण से इंडिया गठबंधन के मुकाबलेएनडीए गठबंधन पलामू प्रमंडल की राजनीति में चुनाव को लेकर ज्यादा सक्रिय दिख रही है।
हालांकि, विधानसभा चुनाव 2024 की राजनीतिक स्थिति को लेकर अभी तक कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है। चुनाव की तारीखों और प्रत्याशियों की घोषणा जल्द होने की उम्मीद है। भाजपा खेमे में तो इस बात की चर्चा है की पितृ पक्ष से पहले उम्मीदवारों की घोषणा किया जा सकता है।
इस बीच, विभिन्न राजनीतिक दलों द्वारा जनसंपर्क अभियान और प्रदर्शन का आयोजन किया जा रहा है, जो क्षेत्र की राजनीतिक गतिविधियों में वृद्धि को दर्शाता है।
झारखंड की सत्ता में वापसी के लिए संघर्ष कर रहे एनडीए के घटक दल पुरी तरह से सक्रिय दिख रहे हैं ।विशेष रूप से भाजपा की सक्रियता पलामू में जोरदार देखी जा रही है हालांकि कांग्रेस की ओर से भी पिछले दिनों चुनाव लड़ने के इच्छुक नेताओं से आवेदन मांगने की प्रक्रिया पुरी की जा चुकी है । ऐसे में इंडिया गठबंधन की सक्रियता भी पलामू की धरती पर दिखलाई पड़ने लगी है। गढ़वा विधानसभा चुनाव क्षेत्र में झारखंड सरकार के पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर पुरी तरह से ना केवल सक्रिय है बल्कि यों कहेे की खूंटा गड़कर गढ़वा में ही बैठ गए हैं। किंतु जीस प्रकार से भाजपा की ओर से पलामू की धरती पर निरंतर गतिविधि तेज किया गया है, उससे यह फिलहाल कहना अन्यथा नहीं होगा की पलामू की राजनीति मै भाजपा चुनाव को लै आगै है। हलाकि इस सच्चाई से भी इंकार नहीं किया जा सकता है कि भाजपा के सामने ही इस बार 2019 का प्रदर्शन पलामू मै दोहराने की बड़ी चुनौती है क्योंकि 2019 के चुनाव में भाजपा ने पलामू प्रमंडल के नव में से पांच विधानसभा चुनाव क्षेत्र डाल्टनगंज पांकी,छतरपुर, बिश्रामपुर तथा भवनाथपुर पर जीत का परचम लहराया था। वहीं एनसीपी का एनडीए में शामिल होने से हुसैनाबाद भी एनडीए घटक दल के पास है। ऐसे में 2019 का प्रदर्शन दोहराना एनडीए के लिए आसान नहीं होगा । जहां तक इंडिया गठबंधन से जुड़े दलों का प्रश्न है। पलामू प्रमंडल में इंडिया गठबंधन 2019 के चुनाव में लातेहार मनिका तथा गढ़वा तीन सीट पर जीत हासिल किया था,ऐसे में एनडीए गठबंधन को जहां पलामू प्रमंडल के छह सीटों पर अपना प्रदर्शन दोहराने का दबाव है । वहीं इंडिया गठबंधन पर अपना तीन सीटों कै अलावा प्रदर्शन बेहतर करनै का चुनौती है।
जहां तक राजनीतिक गतिविधि का प्रश्न है पलामू प्रमंडल के किस सीट पर कौन चुनाव लड़ेगा इसे लेकर इंडिया गठबंधन के सामने पेंच एनडीए कै मुकाबलै ज्यादा फंसा हुआ है । पलामू के जीते हुए तीन सीट में से दो विधानसभा चुनाव क्षेत्र लातेहार तथा गढ़वा पर 2019 का चुनाव जीतने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा इस प्रमंडल में अपना जानाधार बढ़ाने के लिए इस बार भी सूत्रों का मानै तो गढ़वा लातेहार के अलावा भवनाथपुर हुसैनाबाद बिश्रामपुर तथा् डालटनगंज विधानसभा सीट पर अपना प्रत्याशी उतारना चाहता है, जबकि कांग्रेस की नजर अपनी जीती हुई सीट मनिका के साथ-साथ डाल्टनगंज पांकी बिश्रामपुर भवनाथपुर पर है । सूत्रों का मनै तो राजद भी हुसैनाबाद विश्रामपुर तथा छतरपुर सीट कै साथ साथ अपना प्रत्याशी सम्मानजनक समझौता नही हुई तो पलामू कै सभी नौ सीट सै उतारनै की अंदर हि अदर तैयारी पुरी कर चुकी है। क्योंकि राजद का मानना है कि बिहार से सटै पलामू प्रमंडल की राजनीति से 2019 के चुनाव में जो उसका पांव उखड़ गया है उसे इस बार अवसर के रूप में तब्दील कर राजनीतिक जमीन तैयार कर लेना है ।पिछले दिनों गढ़वा में भी एक बैठक झारखंड के प्रदेश अध्यक्ष संजय यादव की उपस्थिति में राजद की हुई थी जिसमें पलामू से सभी सीटों से चुनाव लड़ने की मांग केंद्रीय नेतृत्व से किया गया था । सूत्रों का मानै तो तेजस्वी यादव ने सम्मानजनक समझौता नहीं होने की स्थिति में पलामू के सभी सीट पर प्रत्याशियों को चुनाव लड़ने के लिए तैयार रहने की का संकेत झारखंड प्रदेश नेतृत्व को दे दिया है ।
मतलब की पलामू प्रमंडल राजद के में मैन टारगेट पर है। चर्चा तो यहां तक है कि कि राजद का गढ़वा सिट पर भी दोस्ताना संघर्ष का इरादा है