
Location: Garhwa
गढवाः जिला मुख्यालय गढ़वा से जुड़े विधानसभा क्षेत्र गढ़वा में भले ही 2019 का चुनाव हारकर भाजपा बेदखल हो चुकी है परंतु इस चुनाव क्षेत्र से किस्मत अजमाने की भाजपा नेताओं के बीच होड सी मची है. इसका नजारा बुधवार को भाजपा कार्यालय में प्रदेश नेतृत्व द्वारा उम्मीदवारों की राय सुमारी के लिए पहुंचे पर्यवेक्षक राकेश भास्कर तथा सुनील साहू के समक्ष देखने को मिला.
रायसुमारी को लेकर दिनभर हलचल मची रही रायसुमारी के लिए कार्यकर्ताओं को उनके पसंद के उम्मीदवारों द्वारा आवागमन के साथ खातिरदारी की भी विशेष व्यवस्था की गई थी पर खबर है कि जब रायसुमारी का चांस आया तो अधिकांश कार्यकर्ताओं ने गुटबाजी खेमे बंदी को नजर अंदाज कर पार्टी हित में जिताऊ कैंडिडेट के आधार पर पर्यवेक्षकों के सामने अपने अपने पसंद की उम्मीदवार पर मोहर लगा दी है जिससे भाजपा की टिकट पर चुनाव लड़ने की मंसा पाले कई नेताओ. का चेहरा टिकट मिलने के मामले में अभी से मुरझा गया है. पर्यवेक्षकों के सामने नाम नहीं लिए जाने से कार्यकर्ताओं से नाराज भी है.ऐसे में गढ़वा विधानसभा चुनाव क्षेत्र में महत्वपूर्ण पार्टी समझे जाने वाली भाजपा खेमे में हलचल बढ़ चुकी है तथा कार्यकर्ता पर्यवेक्षकों के आगमन के साथ ही पूरी तरह से चुनावी मोड में दिखने लगे हैं.
पर्यवेक्षक रायसुमारी के बाद सूची लेकर रांची लौट गए हैं कार्यकर्ताओं की रायसुमारी पर नेतृत्व क्या निर्णय लेगा यह तो उम्मीदवार के घोषणा के बाद ही पता चलेगा परंतु इस बात से इंकार नहीं किया जा सकता कि भाजपा कार्यकर्ता रायसुकमारी की प्रक्रिया से चार्ज हो गए हैं.
जहां तक रायसुमारी के दौरान कार्यकर्ताओं का पसंद का प्रश्न है सूत्रों के अनुसार करीब 800 भाजपा के पंचायत से लेकर जिला स्तर के संगठन से जुड़े कार्यकर्ताओं ने गढ़वा विधानसभा चुनाव क्षेत्र के लिए अपने-अपने हिसाब से रायसुमारी के दौरान पर्यवेक्षक राकेश भास्कर एवं सुनील साहू के पास भाजपा किसे चुनाव लड़ाए वैसे उम्मीदवार पर राय दिए. खबर है की रायसुमारी के दौरान भाजपा के पर्यवेक्षकों के सामने गढ़वा विधानसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़ने की मंशा पाले करीब करीब सभी उम्मीदवारों का नाम कार्यकर्ताओं के रायसुमारी के दौरान पर्यवेक्षकों के समक्ष लगभग आ गया है,
भाजपा की हुई गढ़वा विधानसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों को लेकर कार्यकर्ताओं की रायसुमारी भले ही आई वास हो परंतु अंदर खाने से जो खबर छानकर सामने आ रही है उसके अनुसार अधिकांश कार्यकर्ताओं ने पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी को गढ़वा विधानसभा चुनाव क्षेत्र से चुनाव लड़ाने पर पहली पसंद बताया. इसके अतिरिक्त गढ़वा विधानसभा चुनाव क्षेत्र से जिन जिन उम्मीदवारों का पर्यवेक्षकों के सामने नाम गिनायागया है उसमें अलखनाथ पांडे बालमुकुंद सहाय सूरज गुप्ता भगत सिंह विनय चौबे तथा राजीव राज तिवारी का नाम शामिल है.
भाजपा को संगठन आधारित पार्टी बताया जाता है इसका मिसाल तो कल भाजपा कार्यकर्ताओं ने परिवेशकों के सामने पेश किया ही, साथ ही भाजपा की इस रायसुमारी से यह भी संकेत कार्यकर्ताओं ने दे दिया है कि इस बार भीतर घातियों की दाल नहीं गलने वाली है. कार्यकर्ता पिछले चुनाव से सीख ले चुके हैं तथा गढ़वा सिट गंवाने की दर्द भी उन्हें अनुभव हो चुका है. यही कारण है कि कार्यकर्ताओं ने हवा हवाई नेताओं के बजाय पर्यवेक्षकों के समक्ष रायसुमारी में जीताउ उम्मीदवार पर जोर दिया है.जो भाजपा के लिए अच्छा संकेत है.
इधर नगर ऊंटरी में भवनाथपुर विधानसभा क्षेत्र के लिए हुई राय शुमारी में विधायक भानु प्रताप का पलड़ा भारी रहा। एक तरफा वोटिंग की सूचना है। 90% कार्यकर्ताओं की पसंद भानु प्रताप शाही रहे। 10% में ही दूसरे उम्मीदवार सिमट गए। रांची से आए पर्यवेक्षक संजीव विजय वर्गीय और सतीश सिन्हा भी भानु प्रताप शाही का एक तरफ समर्थन देख भौचक नजर आए।