Location: Garhwa
गढ़वा विधानसभा में दिलचस्प मुकाबला का आसार
जिला मुख्यालय गढ़वा से जुड़े गढ़वा विधानसभा चुनाव क्षेत्र में आने वाले चुनाव के मद्देनजर राजनीतिक चहलकादमी बढ़ गई है. चुनाव को देखते हुए इस विधानसभा क्षेत्र के तीनों चिर प्रतिद्वंदी झारखंड के पेयजल स्वच्छता मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर,पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी तथा पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह एक दूसरे के खिलाफ न केवल हमलावर है बल्कि अभी से चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए रात दिन एक कर अपने -अपने पक्ष में समीकरण बैठाने के तलाश में सक्रिय है.
ऐसे में यह लगभग तय हो चुका है कि 2024 के विधानसभा चुनाव में झारखंड मुक्ति मोर्चा के कद्दावर नेता के रूप में उभरे मिथिलेश कुमार ठाकुर अपनी 2019 की जीत को दुहराने के उद्देश्य चुनाव मैदान में दिखलाई पड़ेंगे, यह बात दिगर है कि इस बार उन्हें जिस गिरिनाथ सिंह का2019 में आशीर्वाद मिला था वही गिरनाथ सिंह उन्हें न केवल उनका साथ छोड़ चुके हैं बल्कि उन पर हमलावर होकर उन्हें रावण तक के विशेषण से विभूषित करने से भी पीछे नहीं रह रहे है.जबकि पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी 2019 की पराजय की बदला लेने के लिए मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर को बाहरी घुसपैठियों बताते हुए तड़ीपार करने की दावा करते हुए एड़ी चोटी का जोर लगाते अभी से दिखाई देने लगे हैं. वही 2019 के चुनाव मैदान में, 2009 तथा 2014 के चुनाव में पराजय की हताशा में मैदान झोडकर भाग चुके पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह लोकसभा चुनाव में अपनी राजनीतिक भविष्य चतरा में तलाशने मिली निराशा के बाद गढवा के चुनावी मैदान में अपनी राजनीतिक जमिन तलाश रहे है. पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर से दो-दो हाथ करने के लिए कमर कसकर तैयार दिख रहे हैं. ऐसे में गढ़वा विधानसभा चुनाव क्षेत्र की राजनीति में हलचल तेज हो गई है.जहां तक गढ़वा विधानसभा सभा चुनाव क्षेत्र के तीनों चेहरे का प्रश्न है तो वर्तमान स्थिति में तीनों चेहरे मतदाताओं के बीच न केवल परिचय के मोहताज है बल्कि इसमें किस पर भारी पड़ेगा, इस पर अटकल बाजी लगाना भी निष्पक्षता से बहुत आसान नहीं है. क्योंकि पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह 17 वर्ष इस क्षेत्र पर एक छत्र राज कर चुके हैं पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी भी लगातार 10 वर्षों तक विधायक रहे हैं और जहां तक बात रही मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर का तो ठाकुर ने भी दो-दो मर्तबा चुनाव हारने के बाद भी गढ़वा के मैदान को नहीं छोड़ा और अंततः 2005 और 14 के चुनाव हारने के बाद उन्हें 2019 में सफलता हाथ लगी है. लिहाजा गढवा विधान सभा क्षेत्र के रग रग से श्री ठाकुर भी परिचित हो चुके हैं, ऐसे में कौन किस पर 20 पड़ेगा इसके लिए चुनाव परिणाम आने तक गढ़वा के लोगों को इंतजार करना ही पड़ेगा.
जहां तक राजनीतिक चहलकदमी का प्रश्न है मिथिलेश कुमार ठाकुर सत्येंद्र नाथ तिवारी तथा गिरिनाथ सिंह का प्रश्न है तीनों अपने-अपने हिसाब से आने वाले चुनाव में अपनी जीत सुनिश्चित करने के लिए लगातार सक्रिय है. पूर्व मंत्री गिरिनाथ सिंह निर्दलीय चुनाव मैदान में उतारने की तैयारी में काफी दिने से सबसे पहले सक्रिय है तथा उन्होंने पंचायत स्तर पर अपनी कमेटी गठित कर गिरिनाथ को लाना है भ्रष्टाचार को भगाना है जैसे नारे के साथ भ्रष्टाचार को मुख्य भुद्दा बनाकर जनसंपर्क अभियान में लगे हैं. रही बात पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी की तो श्री तिवारी भी मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर पर 2019 का चुनाव हारने के बाद से ही जो हमलावर थे, चुनाव जैसे जैसे नजदीक आते जा रहा है राजनीतिक हमले को और तेज करते चल रहे है तथा पोल खोल यात्रा के नाम पर गांव गांव तंबू टेंट गाडकर 2019 की अपनी हार का बदला लेने के लिए निरंतर सक्रिय दिख रहे हैं.रही मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर का तो मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर की बात तो ये भी जनसंवाद कार्यक्रम के जरिए लोगों के घर जाकर उनकी समस्या दूर करने की बात कहते हुए अपने कार्यकाल में की विकास की याद दिलाकर मतदाताओं को अपने पक्ष में आकर्षित करने के लगे है,… जारी