गढ़वा जिला के भवनाथपुर थाना क्षेत्र के हरिहरपुर की रहने वाली शारदा चौधरी गर्भवती अवस्था में न्याय की तलाश में दर-दर भटक रही हैं। शारदा ने अपने परिवार को छोड़कर प्रेमी हिमांशु सिंह पर विश्वास करते हुए शादी की, लेकिन आज वह अकेली और बेसहारा हैं
कुछ साल पहले शारदा और हिमांशु के बीच प्रेम हुआ। दोनों ने घर से भागकर शादी कर ली, लेकिन परिवारों की नाराजगी के कारण दोनों पक्षों में विवाद हुआ और मामला कोर्ट तक पहुंचा। विवाद के चलते दोनों जेल भी गए, लेकिन समझौते के बाद बाहर आए
हिमांशु के परिवार ने शारदा को अपनाने से इनकार कर दिया, जिसके बाद दोनों गढ़वा शहर में किराए के मकान में रहने लगे। कुछ समय बाद हिमांशु ने शारदा को छोड़ दिया और अपने घर लौट गया। इस दौरान शारदा गर्भवती हो गई और अब उनके पास सहारा लेने के लिए न पति है, न परिवार
शारदा फिलहाल अपने पड़ोसियों के सहारे जीवित हैं। उनके अनुसार, हिमांशु फोन तक नहीं उठाता और हर बार कॉल को ब्लॉक कर देता है।
शारदा ने कन्या विवाह एंड विकास सोसाइटी के सचिव विकास माली से संपर्क किया। माली ने शारदा को न्याय दिलाने का भरोसा देते हुए उनके खाने-पीने, दवा और डिलीवरी का खर्च उठाने का आश्वासन दिया
विकास माली ने कहा, “हम हिमांशु से बात कर समस्या सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता है कि दोनों का घर बस जाए और शारदा को न्याय मिले।”