Location: रांची
रांची: झारखंड में भाजपा और जनता दल यूनाइटेड के बीच गठबंधन के तहत सीटों के बंटवारे में जमशेदपुर पूर्वी के विधायक सरयू राय रोड़ा बने हुए थे। लेकिन अब इस विवाद को लगभग हल कर लिया गया है। सरयू राय पूर्वी के बदले पश्चिमी जमशेदपुर से लड़ने को तैयार हो गए हैं। उन्होंने इसका संकेत भी दिया है। कहा है कि पार्टी दोनों जगहों में से कहीं भी लड़ने को कहेगी तो वह तैयार हैं। क्योंकि एक-एक सीट का महत्व है और एनडीए के लिए वह हर फैसला मानने को तैयार हैं। जबकि इसके पहले सरयू राय कहते थे कि वह पूर्वी से ही तैयारी कर रहे हैं और यहीं से चुनाव लड़ेंगे। राय के सुर बदल गए हैं।
खबर है कि भाजपा की ओर से उन्हें पश्चिमी से ही चुनाव लड़ने को कहा गया है। पूर्वी जमशेदपुर की सीट भाजपा की परंपरागत सीट है। इसलिए वह इसे छोड़ने को तैयार नहीं है। जमशेदपुर पूर्वी का विवाद केंद्रीय नेतृत्व के पाले में था। भाजपा नेतृत्व ने पूर्वी जमशेदपुर और पश्चिमी सीट को होल्ड पर रखा था। पर अब विवाद समाप्त हो गया है। सरयू राय पश्चिमी से ही चुनाव लड़ेंगे। इसकी घोषणा जल्द होगी। यहां की लड़ाई जब रोचक हो जाएगी । क्योंकि वह अपने राजनीतिक विरोधी स्वास्थ्य मंत्री बना गुप्ता को चुनौती देंगे। पिछले 5 वर्षों से सरयू राय और बन्ना गुप्ता में आरोप प्रत्यारोप का दौर जारी है। सरयू राय बन्ना गुप्ता के खिलाफ लगातार मोर्चा खोले हुए हैं। अब यह चुनाव में भी दिखेगा। सरयू राय को पश्चिमी सीट से चुनाव लड़ने के लिए मनाने में असम के मुख्यमंत्री वी झारखंड बीजेपी के चुनाव सह प्रभारी हिमंता विश्व सरमा ने महती भूमिका निभाई।
4 अगस्त को सरयू राय जब जदयू में शामिल हुए थे तो उसी दिन यह तय हो गया था कि भाजपा और जदयू के रिश्ते में सरयू राय रोड़ा बनेंगे। ओडिशा के राज्यपाल रघुवर दास और सरयू राय के रिश्ते जग जाहिर हैं। रघुवर दास ने पूरा जोर लगाया है कि पूर्वी जमशेदपुर की सीट सरयू राय के लिए भाजपा न छोड़े। उन्होंने इसे प्रतिष्ठा की लड़ाई बना ली है। रघुवर दास ने अपनी भावना से केंद्रीय नेतृत्व को भी अवगत करा दिया था। केंद्रीय नेतृत्व बीच का रास्ता तलाश रहा था। भाजपा का एक बड़ा खेमा चाहता है कि सरयू राय पूर्वी के बदले अपनी पुरानी सीट पश्चिमी जमशेदपुर से चुनाव लड़ें। भाजपा नेतृत्व ने इस मामले को लगभग सुलझा लिया है। सरयू राय पश्चिमी से ही चुनाव लड़ेंगे।
इस फैसले से रघुवर दास की प्रतिष्ठा भी बच जाएगी।
जदयू सुधा चौधरी के लिए पलामू में छतरपुर की सीट भी मांग रहा है। जबकि यह सीट भाजपा की है। पुष्पा देवी विधायक हैं। भाजपा यह सीट छोड़ने को तैयार नहीं है। प्रदेश अध्यक्ष खीरू महतो अपने बेटे के लिए मांडू की सीट चाहते हैं। लेकिन यह सीट आजसू के खाते में है। खबर है कि भाजपा जदयू को तीन सीट देने को तैयार हो गई है। इनमें एक सीट तमाड़ है। जहां से राजा पीटर प्रत्याशी होंगे। दूसरी सीट जमशेदपुर की है। तीसरी सीट पर मामला फंसा हुआ है। छतरपुर या कोई दूसरी सीट हो सकती है।
टुंडी पर आजसू और जदयू दोनों की दावेदारी है। सुदेश महतो टुंडी के लिए जोर लगाए हुए हैं। खबर है कि कुछ स्थानीय नेताओं से उन्होंने फोन पर बात कर टुंडी में समर्थन की मांग की है।
यह भी कहा जा रहा है कि सुदेश महतो इस बार दो सीटों से चुनाव लड़ना चाहते हैं। सिल्ली उनके लिए बहुत सेफ नहीं है। इसलिए वह टुंडी से भी चुनाव लड़ सकते हैं। इसीलिए आजसू ने टुंडी पर दबाव बनाया है। सुदेश महतो ने अपने लोगों को संदेश भी दिया है।