Location: रांची
रांचीः हेमंत सोरेन के मुख्यमंत्री बनने के बाद से सबकी निगाहें मंत्रिमंडल के गठन पर है. कांग्रेस की वजह से मंत्रिमंडल के गठन में देर हो रही है. कांग्रेस कोटे के मंत्रियों के नाम तय करने को लेकर प्रदेश अध्यक्ष केशव महतो कमलेश ने सोमवार की रात झारखंड कांग्रेस प्रभारी गुलाम अहमद मीर के साथ राहुल गांधी व महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की थी. दोनों नेताओं से मंत्रिमंडल में शामिल होने वाले कांग्रेस विधायकों के नाम पर चर्चा हुई. कमलेश महतो ने सभी 16 विधायकों की सूची भी कांग्रेस आलाकमान को सौंपी है. क्षेत्रीय व जातीय संतुलन की जानकारी भी दी गई है. कांग्रेस कोटे के चार मंत्रियों के नाम पर दिल्ली में मुहर लगेगी. नाम पर मंथन चल रहा है. कांग्रेस के अधिकतर विधायक दिल्ली में जमे हुए हैं. सभी अपने-अपने स्तर से आलाकमान तक पैरवी कर रहे हैं
. इधर खबर है कि पांच दिसंबर को हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल का विस्तार होगा। सीएम हाउस की ओर से राजभवन को इसकी सूचना भेज दी गई है। राजभवन में तैयारी भी शुरू हो गई है। दोपहर 12:00 बजे से शपथ ग्रहण समारोह शुरू होगा। भवनाथपुर विधायक अनंत प्रताप देव के मंत्री बनने की पूरी संभावना है। पलामू प्रमंडल से उन्हें मंत्रिमंडल में जगह दी जा सकती है।
मुख्यमंत्री को कांग्रेस की ओर से तिथि तय करने को कहा कहा गया था।. तिथि तय होने के बाद कांग्रेस मंत्री बनने वाले चार विधायकों के नाम की सूची मुख्यमंत्री को सौंप देगी. मीर ने कहा भी है कि मुख्यमंत्री तिथि तय करें कांग्रेस समय पर नाम दे देगी. दो दिनों दिनों तक दिल्ली में रहने के बाद प्रदेश अध्यक्ष मंगलवार को रांची लौटेंगे. मंत्रिमंडल गठन को लेकर फिर से हलचल तेज हो गई है. चर्चा है कि इस बार कांग्रेस अलग से किसी को विधायक दल का नेता बना सकती है. यदि किसी सीनियर विधायक को मंत्री नहीं बनाया जा सका तो फिर उसे विधायक दल का नेता बनाया जाएगा.
हेमंत सोरेन ने झामुमो कोटे से मंत्री बनने वाले विधायकों का नाम तय कर लिया है. सिर्फ खुलासा बाकी है. राजद से सुरेश पासवान पासवान व दोनों संजय यादव भी दावेदार हैं. लेकिन सुरेश पासवान की संभावना अधिक है. सुरेश पासवान को विधायक दल का नेता बना दिया गया है.
9 से 12 दिसंबर तक विधानसभा का सत्र में होना है. सरकार इसकी तैयारी में जुट गई है. सत्र में नए विधायकों को शपथ दिलाई जाएगी. नए विधानसभा अध्यक्ष का चुनाव होगा, सरकार का विश्वास मत व अनुपूरक बजट भी पेश किया जाएगा. सदन में विश्वासमत पर चर्चा भी होगी. इधर, भाजपा में भी विधायक दल के नेता को लेकर हलचल तेज है.