Location: Garhwa
गढ़वा जिले के स्थानीय राम साहू उच्च विद्यालय के मैदान में मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान यात्रा के तहत एक भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ विधिवत रूप से मंत्रियों, विधायकों और जनप्रतिनिधियों द्वारा दीप प्रज्वलित कर किया गया। उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा ने स्वागत भाषण दिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में महिला, बाल विकास एवं सामाजिक सुरक्षा विभाग की मंत्री बेबी देवी, मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर, मंत्री दीपिका पांडे सिंह और गांडेय विधानसभा क्षेत्र की विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन उपस्थित थीं। सभी ने मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना समेत अन्य महत्वपूर्ण जनकल्याणकारी योजनाओं के बारे में जनता को जानकारी दी।
विधायक कल्पना मुर्मू सोरेन ने अपने संबोधन में कहा कि सरकार ने महिलाओं को मंईयाँ सम्मान योजना के माध्यम से उनका अधिकार देकर सशक्त बनाया है। उन्होंने सरकार की विभिन्न योजनाओं जैसे सावित्री बाई फुले किशोरी समृद्धि योजना, सर्वजन पेंशन योजना, मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना और अबुआ आवास योजना के बारे में बताया। उन्होंने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की सोच को गरीबों और वंचितों के लिए कल्याणकारी बताया।
मंत्री मिथिलेश कुमार ठाकुर ने अपने भाषण में कहा कि राज्य सरकार की योजनाएं गरीबों और जरूरतमंदों के लिए बनाई गई हैं। बेरोजगार युवाओं के लिए रोजगार सृजन योजनाएं और महिलाओं के लिए सर्वजन पेंशन योजना का लाभ दिया जा रहा है। उन्होंने ग्रीन राशन कार्ड और अबुआ आवास जैसी योजनाओं के जरिए राज्य सरकार की विकास योजनाओं का जिक्र किया।
मंत्री बेबी देवी ने बताया कि मंईयाँ सम्मान योजना से महिलाएं सशक्त हो रही हैं, और हर महीने ₹1000 की राशि उनके खातों में जमा की जा रही है, जिससे वे आत्मनिर्भर हो रही हैं। भविष्य में इस योजना की राशि में वृद्धि की भी योजना है।
मंत्री दीपिका पांडे सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार ने जनकल्याणकारी योजनाओं का संचालन किया है। उन्होंने कृषि और पशुपालन के क्षेत्र में किसानों के ऋण माफी का जिक्र करते हुए मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान योजना को महिलाओं को सशक्त करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल बताया।
कार्यक्रम में जिला परिषद अध्यक्ष शांति देवी, उप विकास आयुक्त पशुपतिनाथ मिश्रा और अन्य पदाधिकारी भी उपस्थित थे। इसके पूर्व, मुख्यमंत्री मंईयाँ सम्मान यात्रा का शुभारंभ श्री बंशीधर नगर प्रखंड से हुआ, और यह क्रमशः रमना और मेराल प्रखंडों में भी आयोजित की गई।