Location: रांची
रांची: झारखंड विधानसभा चुनाव को लेकर हलचल तेज है। अब किसी दिन चुनाव की घोषणा हो सकती है। सभी दल प्रत्याशी चयन की प्रक्रिया में लगे हुए हैं। भाजपा की पहली सूची भी जल्द आने वाली है। भाजपा मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की तर्ज पर सभी बड़े नेताओं को चुनाव में उतरने की तैयारी कर रही है। इसका उद्देश्य है कि बड़े चेहरों के नाम पर जीत हासिल की जाए। इसी बीच भाजपा के अंदर से एक महत्वपूर्ण खबर आ रही है कि कद्दावर नेता पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा विधानसभा चुनाव नहीं लड़ना चाहते हैं। उन्होंने अपनी भावना से पार्टी नेतृत्व को अवगत करा दिया है और विकल्प भी दिया है। अर्जुन मुंडा चाहते हैं कि पार्टी उनके बदले उनकी पत्नी मीरा मुंडा को मौका दे। वह खुद चुनाव से दूर रहकर मीरा मुंडा के लिए बैटिंग करना चाह रहे हैं। अब फैसला पार्टी नेतृत्व को लेना है। अर्जुन मुंडा मीरा मुंडा के लिए अपनी परंपरागत सीट खरसावां के बदले राजधानी की चार सीटों में से एक खिजरी सीट से चुनाव में उतारना चाहते हैं। खिजरी सीट भाजपा के लिए मजबूत है। हालांकि 2019 के चुनाव में यहां से कांग्रेस को जीत मिली थी। भाजपा यहां से कई बार जीत चुकी है। एक बार कड़िया मुंडा भी जीत चुके हैं। भाजपा में कई आदिवासी महिलाएं हैं, जिनकी अपनी पहचान है और नाम है। लेकिन कोई ऐसा बड़ा चेहरा नहीं है जिसकी राज्य भर में पहचान हो। भाजपा में बहुत तेजी से आशा लकड़ा उभर रही थीं लेकिन अब वह सक्रिय राजनीति में नहीं हैं। वह राष्ट्रीय अनुसूचित जनजाति आयोग में हैं। मीरा मुंडा की कोई अपनी पहचान तो नहीं है लेकिन वह अर्जुन मुंडा की पत्नी हैं। इस नाते उनकी पहचान है। अर्जुन मुंडा जब जब राज्य के मुख्यमंत्री रहे तब मीरा मुंडा का नाम भी चर्चा में रहता था। अनेक अवसरों पर मीरा मुंडा अर्जुन मुंडा के साथ रहती थीं। इधर बहुत दिनों से उनकी न चर्चा है और न सक्रियता। लेकिन जब वह सक्रिय राजनीति में आएंगी तो आते ही चर्चा का केंद्र बन जाएगी इतना तय है। भाजपा को एक चर्चित आदिवासी महिला नेत्री की जरूरत भी है क्योंकि जब से मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी कल्पना सोरेन सक्रिय राजनीति में आई हैं, तब से वह चर्चा में हैं। गांडेय विधानसभा क्षेत्र से चुनाव जीतने के बाद झारखंड मुक्ति मोर्चा को एक तेज तेज तर्रार व अच्छी बोलने वाली महिला नेत्री मिल गया है। कल्पना सोरेन अभी झामुमो को को लीड कर रही हैं। अभी उनका पार्टी में क्रेज है। उनकी सभाओं में भीड़ जुट रही है। वह लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर रही हैं। भाजपा के लिए बड़ी चुनौती बन गई हैं। अब देखना है भाजपा अर्जुन मुंडा और मीरा मुंडा को लेकर क्या फैसला लेती है।