Location: Garhwa
गढ़वा जिले के लखना गांव में 12 अक्तूबर को दुर्गा पूजा प्रतिमा विसर्जन के दौरान हुए विवाद के बाद पूर्व विधायक भाजपा नेता सत्येंद्र नाथ तिवारी समेत 17 नामजद और 350 अज्ञात लोगों के खिलाफ पुलिस नेदो अलग -अलग केस दर्ज किया है। यह घटना 12 अक्टूबर को गढ़वा थाना क्षेत्र के फलखना गांव में हुई, जहां प्रतिमा विसर्जन के दौरान साम्प्रदायिक तनाव उत्पन्न हो गया। इस घटना ने क्षेत्र में शांति और सौहार्द बिगाड़ने का खतरा पैदा कर दिया था।
- पहली प्राथमिकी:
यह प्राथमिकी गढ़वा के आंचल पदाधिकारी सफी अलम की शिकायत पर दर्ज की गई है। इसमें पूर्व विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने धारा 163 बिएनएसएस का उल्लंघन किया। शिकायत के अनुसार, सत्येंद्र नाथ तिवारी नै लगभग 50 समर्थकों के साथ घटनास्थल पर पहुंचकर भड़काऊ भाषण दिया, जिससे भीड़ उत्तेजित हो गई।
- दूसरी प्राथमिकी:
यह प्राथमिकी गढ़वा के प्रखंड विकास पदाधिकारी कुमार नरेंद्र नारायण द्वारा दर्ज कराई गई है। इसमें आरोप लगाया गया है कि 16 नामजद और 350 अज्ञात अन्य लोगों ने भड़काऊ नारेबाजी कर क्षेत्र में साम्प्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश की और सरकारी कार्यों में बाधा उत्पन्न की। इसमें सोनू केसरी, धीरेंद्र तिवारी उर्फ गुड्डू तिवारी, पुलस्त तिवारी, चिंटू तिवारी, भीम शर्मा, रोहित चौहान, राजन तिवारी उर्फ अर्णव तिवारी, शाहिद खान, मोहम्मद निषाद खान, सद्दाम खान, मोहम्मद मनौवर खान, वाहिद आलम, रईस खान, जुनेरा बिबि, राजा दुबे, और इदरीश खान के नाम शामिल हैं।
घटना की पृष्ठभूमि: दुर्गा पूजा के अवसर पर 12 अक्टूबर को लखना गांव में प्रतिमा विसर्जन के दौरान एक विवाद पैदा हुआ, जो देखते-देखते बड़ा बवाल बन गया। इस घटना ने पुलिस प्रशासन को कठोर कदम उठाने के लिए मजबूर कर दिया। गढ़वा थाने में इस मामले की जांच चल रही है, और संबंधित लोगों पर गंभीर आरोप लगाए गए हैं, जिसमें सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने और सरकारी काम में बाधा डालने के आरोप प्रमुख हैं।