Location: Garhwa
गढ़वा। झारखंड मुक्ति मोर्चा को शनिवार के बड़ा झटका लगा, उस वक्त जब झामुमो के जिला संयुक्त सचिव एवं अखिल भारतीय भुइंयां समाज कल्याण समिति के जिलाध्यक्ष विद्यापति ऋषि अपने समर्थकों सहित भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए। पूर्व विधायक और एनडीए प्रत्याशी सत्येन्द्रनाथ तिवारी ने माला पहनाकर इनका स्वागत किया।
इसके साथ ही गढ़वा, मेराल और रंका प्रखंड के विभिन्न गांवों से पहुंचे लगभग एक हजार से अधिक लोगों ने झामुमो का साथ छोड़ भाजपा का दामन थाम लिया। शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों के भी कई लोगों ने भाजपा की सदस्यता ली।
इस अवसर पर भाजपा प्रत्याशी सत्येन्द्रनाथ तिवारी ने कहा कि इस बार का चुनाव धर्म और अधर्म के बीच का है। उन्होंने मंत्री पर आरोप लगाया कि पिछले पांच वर्षों में उन्होंने गढ़वा के संसाधनों का दोहन किया है और चुनाव जीतने के लिए भ्रष्टाचार की काली कमाई का सहारा ले रहे हैं। सत्येन्द्रनाथ का कहना है कि गढ़वा की जनता भ्रष्टाचार, कुशासन और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए इस बार स्वयं चुनाव लड़ रही है।
सत्येन्द्रनाथ ने यह भी आरोप लगाया कि मंत्री ने विशेष समुदायों को विशेष लाभ दिए और भारी संख्या में राइफल और पिस्टल के लाइसेंस जारी कराए। उन्होंने कहा कि लखना में मां दुर्गा की प्रतिमा के विसर्जन को रोकना एक तालिबानी मानसिकता को दर्शाता है। सत्येन्द्रनाथ ने यह भी कहा कि छठ महापर्व के अवकाश को रद्द कर शब-ए-बारात का अवकाश घोषित करना बहुसंख्यक समाज की भावनाओं के खिलाफ था, जिसे भारी विरोध के बाद वापस लिया गया।
उन्होंने बताया कि गढ़वा में एक प्रतिष्ठित व्यवसायी की पत्नी और बेटी के साथ मंत्री के प्रतिनिधि द्वारा की गई मारपीट का जनता अब बदला लेना चाहती है।
इस मौके पर भाजपा के अन्य नेता और भुइंयां समाज के कई सदस्य भी मौजूद थे, जिनमें प्रभात भुईया, विनोद चंद्रवंशी, सन्नी चंद्रवंशी, विनोद जायसवाल, धनंजय गौड़, मंडल अध्यक्ष उमेश कश्यप, रवीन्द्र जायसवाल, राजकुमार मध्येशिया, डॉ. पंतजली केशरी, आनंद कुमार, राजेश कुमार, विनय राम, आशीष कुमार और दिवाकर कुमार शामिल थे।