Location: Garhwa
गढ़वा जिले में झारखंड सरकार की दो दिवसीय मइयां सम्मान यात्रा संपन्न हो गई, जो भाजपा की परिवर्तन यात्रा के काउंटर के रुप की गई थी। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन की पत्नी इस कल्पना सोरेन और प्रमुख महिला मंत्रियों ने भाग लिया। हालांकि, इस यात्रा की सफलता का मूल्यांकन समय ही बताएगा, परंतु सत्ताधारी दलों के बीच की दरारें साफ नजर आईं।
पूरी यात्रा में झारखंड मुक्ति मोर्चा (JMM) की प्रमुखता रही, जबकि कांग्रेस की भूमिका केवल औपचारिकता निभाने तक सीमित रही। वहीं राजद ने यात्रा से किनारा कर लिया। कांग्रेस की प्रमुख नेत्री प्रतिभा सिंह पांडेय की उपस्थिति के बावजूद, उनका योगदान जिला अध्यक्ष को मंच पर कुर्सी दिलाने से अधिक नहीं दिखा। वहीं, राष्ट्रीय जनता दल (RJD) पूरी तरह से गायब रहा, जिससे यह सवाल उठने लगा है कि गठबंधन सरकार में राजद कांग्रेस कीक्ष कोई अहम भूमिका बची है या नहीं।
इस यात्रा ने गठबंधन की राजनीति में आरजेडी की प्रासंगिकता पर सवाल खड़ा कर दिया है। आने वाले चुनावों तक इस गठबंधन का स्थायित्व बना रहेगा या नहीं, यह अनिश्चित है। पलामू प्रमंडल में भी आरजेडी की भूमिका कमज़ोर दिखाई दी, जिससे झारखंड की गठबंधन सरकार के भविष्य पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। क्योंकि बिहार से सटे पलामू प्रमंडल राजद के लिए काफी महत्वपूर्ण माना जाता है। वैसे भी राजद के प्रदेश अध्यक्ष संजय सिंह यादव इसी प्रमंडल से आते हैं।ऐसे में राजद का इस यात्रा से दूरी बनाए रखना इंडिया गठबंधन के लिए शुभ संकेत नहीं मानी जा सकती।जहां तक कांग्रेस का प्रश्न है, सुत्रों का माने तो यात्रा के दौरान सिर्फ झामुमो को प्रभावी देखकर यात्रा में शामिल प्रतिभा पांडेय सिंह ने नाराजगी जाहिर कर चुकी है।