भाजपा के गढ़वा जिला मीडिया प्रभारी रितेश चौबे ने हेमंत सोरेन सरकार पर तीखा हमला बोलते हुए कहा कि झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) की सरकार राज्य के इतिहास में सबसे झूठी साबित हुई है। उन्होंने आरोप लगाया कि 2019 विधानसभा चुनाव में किए गए वादों में से कोई भी पूरा नहीं हुआ। 2024 के विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही, झामुमो फिर से जनता को भ्रमित करने की कोशिश कर रहा है।
रितेश चौबे ने कहा कि गढ़वा की जनता पिछले पांच साल से झामुमो के मंत्री और विधायकों को सहन कर रही थी, लेकिन अब बदलाव चाहती है। उन्होंने कहा कि झामुमो सरकार बनते ही युवाओं को पांच लाख नौकरियां और बेरोजगारी भत्ता देने का वादा किया गया था, लेकिन इसके नाम पर उन्हें ठगा गया। इसके अलावा, महिलाओं को मंईया योजना के तहत भी गुमराह किया जा रहा है।
चौबे ने ‘सरकार आपके द्वार’ कार्यक्रम पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि इस योजना के तहत जनता को परेशान किया गया। आवेदन तो लिए गए, लेकिन उन पर कोई कार्रवाई नहीं हुई, जिससे आम जनता को कोई लाभ नहीं मिला। उन्होंने यह भी कहा कि शिक्षा विभाग से लेकर अन्य विभागों में अनुबंधकर्मियों को समान वेतन और स्थायीकरण का वादा भी अधूरा रह गया।
गढ़वा की सड़कों की बदहाल स्थिति पर बोलते हुए चौबे ने कहा कि सड़कें गड्ढों में तब्दील हो चुकी हैं और कहीं-कहीं सिर्फ मिट्टी भर दी गई है, जिससे जनता को भारी परेशानी हो रही है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवाओं की भी आलोचना की, यह कहते हुए कि गढ़वा का सदर अस्पताल दवाओं और डॉक्टरों की कमी से जूझ रहा है, जिससे मरीजों को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
अंत में, चौबे ने कहा कि झामुमो के मंत्री और विधायक अपनी व्यक्तिगत संपत्ति बढ़ाने में लगे हुए हैं और जनता की परेशानियों की उन्हें कोई परवाह नहीं है। पिछले पांच सालों में गढ़वा और पूरे झारखंड का विकास पूरी तरह से ठप हो गया है।