रांची : इलाज के अभाव में गिरिडीह के धनवार के रहने वाले रणजीत राम की मौत हो गई। रणजीत राम पिछले कई दिनों से बीमार थे। लेकिन पैसे की कमी के कारण ठीक से इलाज नहीं करा पा रहे थे। कल उनकी स्थिति गंभीर हुई। परिजन जब अस्पताल लेकर जा रहे थे तो रास्ते में रणजीत राम का निधन हो गया। रणजीत राम रोजगार सेवक थे। रणजीत राम के निधन की सूचना पर मनरेगा कर्मचारी संघ के पदाधिकारी उनके घर पहुंचे और श्रद्धा सुमन अर्पित किया। इधर रंजीत राम के निधन की खबर के बाद हड़ताली मनरेगा कर्मियों में आक्रोश फैल गया। बुधवार की सुबह सैकड़ों मनरेगा कर्मी ग्रामीण विकास मंत्री डॉ इरफान अंसारी के हक परिसर स्थित आवास पर पहुंच गए। मनरेगा कर्मियों ने मंत्री के आवास का घेराव किया और अपनी मांगों के समर्थन में नारेबाजी की। कर्मियों का कहना था कि हमलोग जुलाई महीने से ही आंदोलन कर रहे हैं। लेकिन सरकार उनकी मांगों पर कोई विचार नहीं कर रही है। रणजीत राम का पैसे के बिना इलाज नहीं हो सका इसलिए उनका निधन हो गया। मौत के लिए राज्य सरकार दोषी है। मनरेगा कर्मी दो-तीन घंटे तक मंत्री के आवास के बाहर जम रहे।