Location: रांची
रांची: हरियाणा विधानसभा चुनाव को लेकर एग्जिट पोल के नतीजे फिर फेल हो गए. जम्मू कश्मीर के नतीजों को लेकर जो अनुमानन लगाए गए थे. लगभग वैसे ही हैं. लेकिन हरियाणा के नतीजों ने सबको चैंकाया है. चुनाव के बाद यहां तमाम एग्जिट पोल में भाजपा की बुरी हार दिखाई गई थी. कांग्रेस की शानदार वापसी का दावा किया गया था. कई एग्जिट पोल ने कांग्रेस को 60-65 सीट तक आने की बात कही थी. हरियाणा से जीत के संकेत मिलने के बाद झारखंड की राजनीति में भी हलचल थी. झामुमो, कांग्रेस, राजद व वामदलों के नेता काफी खुश थे. भाजपा के खिलाफ बयानबाजी शुरू हो गई थी. झारखंड में संभावित परिणाण से जोड़कर देखा जा रहा था. इंडिया गठबंधन के नेता कह रहे थे कि झारखंड विधानसभा चुनाव में भी भाजपा की बुरी हार होगी. हरिणाया ने संकेत दे दिया है. यहां फिर से हेमंत सोरेने के नेतृत्व में सरकार बनेगी. इधर भाजपा खेमे में उदासी थी. नेता हार के बहाने खोजने लगे थे. झारखंड में विधानसभा चुनाव की घोषणा से ठीक पहले हरियाणा में भाजपा की लगातार तीसरी बार हो रही वापसी का असर झारखंड की राजनीति पर पड़ेगा. दोनों राज्यों की राजनीतिक स्थिति व जातीय समीकरण अलग-अलग हैं. फिर भी असर पड़ना तय है. हरियाणा की जीत से जहां भाजपा व एनडीए खेमे में उत्साह है, वहीं इंडिया गठबंधन में उदासी है. एग्जिट पोल से जहां इंडिया गठबंधन में उत्साह था व एनडीए में उदासी थी. वहीं चुनाव परिणाम से बाजी पटल गई. भाजपा में उत्साह है. भाजपाइयों को चुनाव से पहले बुस्टर डोज मिल गया. चुनाव प्रचार के अभियान में हरियाणा में लगातार तीसरी बार मिली जीत की चर्चा होगी। परिणाम से इंडिया गठबंधन को बैकफुट पर आना पड़ा है। ये लोग अब हरियाणा की चर्चा भी नहीं करेंगे. जम्मू कश्मीर के नतीजे वैसे ही हैं जिसका अनुमान चुनाव से पहले लगाया जा रहा था. जम्मू क्षेत्र में भाजपा ने अपनी पकड़ लगभग बरकरार रखी है . कश्मीर में भी पहले की तुलना में अच्छा प्रदर्शन रहा है यहां वोट प्रतिशत बढ़ा है. कश्मीर में भाजपा ने कम उम्मीदवार भी दिए थे. वजह पहले से पता था कि यहां बहुत कुछ हासिल होने वाला नहीं है. कई स्थानों पर उसने दूसरे दलों के उम्मीदवारों को समर्थन दिया था. इस लिहाज से कश्मीर का परिणाम भी भाजपा के लिए अच्छे हैं. यहां भाजपा मजबूत हुई है. जनाधार बढ़ा है। जम्मू कश्मीर से धारा 370 व 335ए हटाए जाने के बाद यहां पहली बार विधानसभा का चुनाव हुआ है. जिसके बाद भी भाजपा का प्रदर्शन बेहतर कहा जाएगा।