Location: Garhwa
झारखंड मुक्ति मोर्चा के नेताओं ने कल्याणपुर स्थित मंत्री आवास पर प्रेस वार्ता आयोजित कर सरकार द्वारा चलाई जा रही मइयां सम्मान योजना को महिला सशक्तिकरण के दिशा में बेहतर कदम बताया है। जिला अध्यक्ष तनवीर आलम ने कहा कि मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नारी सशक्तिकरण को लेकर काफी गंभीर है। परिणामस्वरूप छात्राओं को शिक्षा में मदद के लिए सावित्रीबाई फुले किशोरी समृद्धि योजना के माध्यम से कक्षा 8 से लेकर स्नातक तक की छात्राओं को सरकार 40 हजार रुपए का सहयोग प्रदान कर रही है। वृद्धा पेंशन की उम्र सीमा को कम करते हुए 50 वर्ष के ऊपर की सभी महिलाओं को वृद्धा पेंशन से हर माह ₹1000 का सहयोग देने की घोषणा कर चुकी है। मातृत्व अवकाश को बढ़ाते हुए राज्य सरकार 2 वर्ष कर दिया और इसका लाभ अब संविदा पर नौकरी कर रही महिलाओं को भी प्राप्त होगा। अबुआ आवास एवं पशुधन योजना में भी महिलाओं को प्राथमिकता दी जा रही है।
सरकार ने अति महत्वाकांक्षी झारखंड मुख्यमंत्री मइयां सम्मान योजना हेतु 21वर्ष से 49 वर्ष की महिलाओं को इस योजना के लाभ के लिए आवेदन प्राप्त कर रही है। गढ़वा जिला में विगत रात्री 9 बजे तक कुल 118636 आवेदन प्राप्त हो चुके हैं। सुदरवर्ती क्षेत्रों में इंटरनेट और नेटवर्क की समस्या के कारण ऑफलाइन आवेदन भी प्राप्त किए जा रहे हैं। इस योजना के माध्यम से जब एक घर में रहने वाली सभी महिलाओं को इसका लाभ मिलने लगेगा तो उन्हें बच्चों की पढ़ाई तथा घर खर्च के लिए अहम सहयोग प्राप्त हो जाएगा। इस योजना को लेकर महिलाओं में खासा उत्साह देखा जा रहा है तथा महिलाओं के उत्साह को देखकर भारतीय जनता पार्टी के नेताओं में निराशा छाई हुई है। इस योजना को लेकर वह तरह-तरह का भ्रम और अफवाह फैलाने में लगे हुए है। परंतु उनकी किसी भी तरह की साजिश कोई काम नहीं आने वाली हैं। हेमंत सरकार राज्य के अंतिम तबके को नजर में रखकर योजनाएं बना रही है तथा उसे धरातल पर उतार रही है ऐसा होने से समाज के हर वर्ग में संतोष का माहौल है।
इस योजना को लागू होने से भाजपा के अंदर एक डर का माहौल बना हुआ है। भविष्य को लेकर उनके अंदर अनिश्चितता की भाव आ गई है। उनके पास राज्य में हिंदू मुसलमान फरने और धार्मिक धुर्वीकरण के अलावा कोई मुद्दा नहीं बचा है। झारखंड में आयातित नेताओं के भरोसे बांग्लादेशी घुसपैठ के मुद्दे पर झूठ फैलाने का काम कर रहे हैं।