Location: Garhwa
गढ़वा। भाजपा नेता विवेकानंद तिवारी ने पूर्व मंत्री पर गढ़वा में भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने और फर्जी दस्तावेजों के सहारे टेंडर मैनेज कर भारी लूटखसोट करने का गंभीर आरोप लगाया है।
उन्होंने कहा कि पिछले पांच वर्षों से फर्जी एक्सपीरियंस सर्टिफिकेट के जरिए बाहरी और अनुभवहीन संवेदकों को टेंडर दिलाकर शेड्यूल रेट से अधिक कीमत पर काम करवाया गया। रैयतों की जमीन का जबरन अधिग्रहण कर गरीबों के हक पर डाका डाला गया।
भ्रष्ट पदाधिकारियों और इंजीनियरों का नेटवर्क
तिवारी ने आरोप लगाया कि कई भ्रष्ट अधिकारी और इंजीनियर, जो भारी रिश्वत देकर गढ़वा में पोस्टिंग करवा रहे थे, उन्होंने मंत्री के चहेतों के खातों में मनरेगा के तहत करोड़ों रुपये ट्रांसफर किए।
उन्होंने कहा कि मंत्री के भाई को ईडी का नोटिस मिला है और जल्द ही जेल जाना तय है। लेकिन, भ्रष्ट अधिकारियों को भी नहीं बख्शा जाएगा। आयकर विभाग, एसीबी और सीबीआई से इनकी संपत्ति की जांच कराई जाएगी।
उन्होंने कहा कि अंचल और ब्लॉक कार्यालयों में भ्रष्टाचार चरम पर है। एलपीसी जारी करने के नाम पर भारी शोषण किया गया। कई पंचायतों में योजनाओं का पैसा निकालकर बिना काम किए ही हड़प लिया गया।
तिवारी ने बताया कि विधायक सत्येंद्र नाथ तिवारी से सभी विभागों की समीक्षा कराने का आग्रह किया गया है। विधायक ने आश्वासन दिया है कि अंचल, ब्लॉक और अन्य विभागों में हुए भ्रष्टाचार की समीक्षा कर दोषियों पर कड़ी कार्रवाई करेंगे।
5000 करोड़ के जल जीवन मिशन घोटाले का आरोप
भाजपा नेता ने कहा कि जल जीवन मिशन में 5000 करोड़ रुपये का घोटाला हुआ है। मंत्री ने गढ़वा को इतना बर्बाद कर दिया है कि इसे पटरी पर लाने में 10 साल लगेंग