Location: Garhwa
गढ़वा :भाजपा के पूर्व विधायक सत्येन्द्रनाथ तिवारी ने कहा कि स्थानीय विधायक सह मंत्री के संरक्षण में गढ़वा एवं पलामू में पिछले साढ़े चार वर्षो से लगातार अवैध तरीके से बालू की कालाबाजारी कराई जा रही है। अवैध तरीका से हो रहे बालू की कालाबाजारी के दौरान प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष रूप से 50 से अधिक लोगों की जान चली गई है।
उन्होंने कहा कि बालू की कालाबाजारी से आम-आवाम परेशान हो चुके है। बालू के कारण गढ़वा एवं पलामू में कई बार खून-खराबा की घटना हो चुकी है। इसका ताजा उदाहरण गढ़वा जिले के मेढ़नाकला और पलामू जिले के गुरहा के लोगों के बीच हुए खूनी झड़प, मारपीट की इस घटना में कई लोग घायल हो गए है। सूचना के अनुसार एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है। उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई। आखिर इसका जिम्मेवार कौन है? पूर्व विधायक ने मंत्री से सवालिया लहजे में कहा कि बालू के चक्कर में आखिर गढ़वा के और कितने लोगों का जान लेंगे ? उन्होंने कहा कि बालू के कारोबार में चल रहे ट्रैक्टर मालिकों को रात में बालू उठाव के लिए परमिशन दिया जाता है। उसके एवज में रात भर बालू के कारोबार में ट्रैक्टर चलाने के लिए पहले ही मोटी रकम जमा करा लिया जाता है। कारोबार में संलिप्त ट्रैक्टर रात भर में अधिक से अधिक बालू का ट्रीप करने के नियत से तेज गति से ट्रैक्टर चलाते है। जिसके कारण सड़क दुर्घटना में 50 से अधिक लोगों की मौत हो चुकी है। उसमें आम राहगिर, ट्रैक्टर ड्राइवर और मजदूर शामिल है। उन्होंने कहा कि जब गढ़वा में एक भी बालू घाट का बंदोबस्ती या टेंडर हुआ ही नहीं है, तो बालू घाट से बालू की ढ़ुलाई किसके आदेश से हो रहा है। पूर्व विधायक ने गढ़वा जिला में हो रहे बालू की कालाबाजारी और मौत के मामलें में झारखंड हाईकोर्ट, चुनाव आयोग और राज्यपाल से अविलंब संज्ञान लेकर कड़ी कार्रवाई की मांग की है। उन्होंने कहा कि गढ़वा में बालू कालाबाजारी को लेकर लोगों की जान जाने का सिलसिला कब रूकेगा, यह मंत्री जी को बताना चाहिए।
सत्येंद्र नाथ तिवारी जी ने कहा कि आज हाईवा से, बड़ी-बड़ी गाड़ियों से बालू का चोरी हो रहा है। यहां का बालू यूपी और कई अन्य राज्यों में भेजा जा रहा है। इस पर मंत्री जी का मुंह बंद है लेकिन जब यहां के स्थानीय लोग प्रधानमंत्री आवास बनाने के लिए, चौपाल बनाने के लिए ट्रैक्टर से बालू लाते हैं तो मंत्री जी पुलिस को लगाकर उन लोगों से पैसे की वसूली करवाते हैं। आज गढ़वा एवं पलामू में कोई वैद्य घाट नहीं है। गठबंधन की सरकार का कार्यकाल समाप्त होने को है लेकिन इतने दिनों में किसी भी घाट का टेंडर नहीं करवा कर सरकार बालू के अवैध कारोबार को बढ़ावा दे रही है, जिससे आम लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। जबकि होना यह चाहिए था कि लोगों के निजी इस्तेमाल के लिए सरकार को बालू फ्री करना चाहिए था।
पूर्व विधायक ने कहा कि इस मामलें में वह जल्द ही राज्यपाल से मिलकर गढ़वा में अवैध तरीके से हो रहे बालू के कारोबार की जानकारी देकर बालू की कालाबाजारी का निष्पक्ष जांच न्यायिक पदाधिकारियों की कमेटी बनाकर कराने की मांग करेंगे।