रांची : पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन कोलकाता के रास्ते दिल्ली पहुंच गए हैं। चंपई सोरेन के दिल्ली पहुंचते ही राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। दिल्ली में वह अपने राजनीतिक भविष्य को लेकर कोई बड़ा फैसला ले सकते हैं। इधर असम के मुख्यमंत्री और झारखंड चुनाव के सह प्रभारी हिमंता विश्व सरमा ने चंपई सोरेन को लेकर रांची में बड़ा बयान दिया। उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन बहुत बड़े नेता हैं यदि वह भाजपा में आते हैं तो उनका स्वागत है। हम तो चाहते हैं कि वह भाजपा में शामिल होकर झारखंड के विकास के लिए कम करें। उन्होंने कहा कि चंपई सोरेन से उनकी पिछले 5-6 महीने से बातचीत हो रही है। लेकिन कभी कोई राजनीतिक बातचीत नहीं हुई है। यदि वह भाजपा में आना चाहते हैं तो उनका स्वागत है। उन्होंने कहा कि हम तो यह भी चाहते हैं कि झारखंड के हित में हेमंत सोरेन भी भाजपा में शामिल हो जाए। झारखंड में घुसपैठियों की सबसे बड़ी समस्या है। हेमंत सोरेन इस समस्या का हल करें हमें कोई आपत्ति नहीं । क्योंकि आदिवासियों को सबसे अधिक नुकसान बांग्लादेशी घुसपैठियों से हो रहा है। इनका अस्तित्व खतरे में है। हेमंत नेतृत्व करें, समस्या का समाधान करें, भाजपा उनको ही नेता मान लेगी। उन्होंने झारखंड में बेरोजगार युवाओं से हर साल 5 लाख नौकरी देने का जो वादा किया है वह पूरा करें। भाजपा तो चाहती है कि उन्होंने जो वादा किया है उसे वह पूरा करें । झारखंड के विकास के मामले में हम कोई राजनीति करना नहीं चाहते। उन्होंने कहा पहले देश है, झारखंड है तब फिर भाजपा है। इधर है हिमनता के बयान से या साफ हो गया है की चंपई सोरेन भाजपा में शामिल हो सकते हैं या फिर कोई अलग पार्टी बनकर चुनाव में भाजपा से गठबंधन कर सकते हैं।चंपई सोरेन दिल्ली में पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि वह दो दिनों तक दिल्ली में रखेंगे। इस दौरान जो भी फैसला होगा आपको बता देंगे। अभी हमारी किसी से बातचीत नहीं हुई है। चंपई सोरेन के साथ उनके दोनों बेटे बाबूलाल वकील सोरेन के साथ मीडिया सलाहकार चंचल दास भी है। चंपई सोरेन की झारखंड की चुनाव प्रभारी शिवराज सिंह चौहान से भी बातचीत हो सकती है। वह गृह मंत्री अमित शाह से भी मुलाकात कर सकते हैं। सोरेन के दिल्ली पहुंचने के साथी राज्य में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। चंपई सोरेन क्या फैसला लेते हैं अब इस पर सब की निगाहें टिकी हुई हैं।