Location: रांची
रांची: हेमंत सोरेन मंत्रिमंडल में पलामू प्रमंडल से कम से कम एक विधायक को मंत्री बनाया जाएगा। चुनाव परिणाम के बाद जो राजनीतिक स्थिति बनी है, उसके अनुसार यहां से मंत्री पद के दो दावेदार माने जा रहे हैं। इनमें झामुमो के टिकट पर भवनाथपुर से जीते अनंत प्रताप देव और हुसैनाबाद से राजद के प्रदेश अध्यक्ष संजय यादव का नाम प्रमुख है। संजय यादव की राह में गोड्डा विधायक संजय यादव ही रोड़ा बन गए हैं। दोनों संजय यादव मंत्री बनना चाहते हैं। लालू और तेजस्वी के दरबार में लॉबिग कर रहे हैं। अब इन दोनों की लड़ाई में देवघर विधायक सुरेश पासवान की किस्मत चमक सकती है। लालू यादव व तेजस्वी यादव के निर्देश पर सुरेश पासवान को विधायक दल का नेता बना दिया गया है। नेता बनाए जाने के साथ इसके संकेत मिलने लगे हैं कि उन्हें मंत्री भी बनाया जा सकता है। सुरेश पासवान दलित समाज से आते हैं। उनको मंत्री बनाए जाने से दलित समाज का कोटा भी पूरा हो जाएगा।
ऐसे में यदि संजय यादव की दावेदारी खारिज हुई तो फिर पलामू प्रमंडल से अनंत प्रताप देव का मंत्री बनना तय हो जाएगा। क्योंकि फिर कोई दूसरा चेहरा नहीं है। दो विधायक कांग्रेस से जीत कर गए हैं। लेकिन उनके मंत्री बनने की संभावना नहीं है।
इसलिए जो राजनीतिक स्थिति दिख रही है, उसमें अनंत प्रताप देव का पलड़ा भारी लग रहा है। देव को पूर्व मंत्री और हेमंत सोरेन के करीबी मिथिलेश ठाकुर का भी समर्थन मिल रहा है। मिथिलेश ठाकुर भी चाहते हैं कि उनके जिले से कोई मंत्री बने। इससे उनकाे भी कामकाज में सुविधा होगी। मिथिलेश ठाकुर की भूमिका भी मंत्री के चयन में महत्वपूर्ण होने वाली है। अनंत प्रताप देव को झामुमो में लाने और चुनाव लड़वाने में मिथलेश ठाकुर ने ही भूमिका निभाई है। हर संभव मदद किया है। इसलिए मंत्री बनने में भी मदद करेंगे।
अनंत प्रताप देव के पक्ष में एक बात और है। हेमंत सोरेन नहीं चाहते थे कि भानु प्रताप शाही भवनाथपुर से जीतकर फिर विधानसभा में पहुंचे। क्योंकि वह सरकार के लिए परेशानी पैदा करते थे। मुख्यमंत्री ने भी उनकी हार में भूमिका निभाई है। खुद प्रचार में गए और कल्पना सोरेन को भी भेजा। हेमंत सोरेन अपने मिशन में कामयाब रहे। अनंत प्रताप देव भानु प्रताप जैसे कद्दावर विधायक को हराकर आए हैं। इसलिए भी उनके मंत्री बनने की संभावना प्रबल दिख रही है।