Location: Garhwa
गढ़वा, झारखंड: ओबीसी एकता अधिकार मंच झारखंड प्रदेश द्वारा गढ़वा के टाउन हॉल में 80 गढ़वा-रंका विधानसभा स्तरीय जागरूकता महासम्मेलन का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन और महापुरुषों के प्रतिमा पर माल्यार्पण से हुई। केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मदेव प्रसाद (बी. डी. प्रसाद) का मंच पर भव्य स्वागत किया गया, उन्हें फूल माला पहनाकर सम्मानित किया गया। मंच का संचालन इश्तियाक राजा ने किया।
केंद्रीय अध्यक्ष ब्रह्मदेव प्रसाद ने अपने संबोधन में ओबीसी समुदाय के संवैधानिक अधिकारों पर जोर दिया। उन्होंने कहा, “चाहे नौकरी हो, शिक्षा या मेडिकल और इंजीनियरिंग का क्षेत्र, हर जगह ओबीसी के लिए 52 प्रतिशत सीटें आरक्षित होनी चाहिए। यह लड़ाई आने वाली पीढ़ी के अधिकारों के लिए है।” उन्होंने ओबीसी समाज से आह्वान किया कि वे एकजुट होकर इस संघर्ष को राष्ट्रीय स्तर तक ले जाएं। उन्होंने यह भी कहा, “आजादी के 78 साल बाद भी हमें हमारे संवैधानिक अधिकार नहीं मिले हैं, लेकिन इस लड़ाई को गांव, चौपाल, और चौराहों तक ले जाना होगा।”
प्रसाद ने उपस्थित लोगों से सोशल मीडिया के माध्यम से इस अभियान को फैलाने और राज्य व केंद्र सरकार का ध्यान आकर्षित करने की अपील की। उन्होंने कहा कि यह संघर्ष तभी सफल होगा जब हर ओबीसी परिवार इस अभियान का हिस्सा बनेगा।
सम्मेलन में पूर्व मंत्री रामचंद्र केशरी, केंद्रीय सचिव गोरखनाथ चौधरी, डॉ. ज्वाला प्रसाद, पूर्व डीआईजी संजय रंजन सिंह, और अन्य प्रमुख नेता भी उपस्थित थे। कार्यक्रम में हजारों लोगों ने भाग लिया, जो ओबीसी अधिकारों की इस मुहिम को समर्थन देने पहुंचे।
मुख्य बातें:
- ओबीसी अधिकारों के लिए 52 प्रतिशत आरक्षण की मांग।
- ब्रह्मदेव प्रसाद ने आने वाली पीढ़ियों के लिए संवैधानिक अधिकार सुनिश्चित करने का संकल्प लिया।
- सोशल मीडिया के माध्यम से जागरूकता फैलाने की अपील।