रांची: पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन की राज्य सरकार की ओर से कराई जा रही जासूसी का खुलासा होने के बाद झारखंड की राजनीति में एक नया तूफान खड़ा हो गया है। कई पुलिस अधिकारी दिल्ली पुलिस के रडार पर आ गए हैं। दिल्ली पुलिस जल्द ऐसे अधिकारियों से पूछताछ करेगी, जो जासूसी कांड में शामिल हैं। इधर चंपई सोरेन ने दिल्ली के चाणक्यपुरी थाने में जासूसी को लेकर प्राथमिक की दर्ज कर दी है।
होटल ताज से जासूसी करते जो दो सब इंस्पेक्टर पकड़े गए हैं वह स्पेशल ब्रांच के हैं। दिल्ली पुलिस की पूछताछ में कई महत्वपूर्ण जानकारी दी है। बताया है कि पिछले 6 महीने से वे दोनों चंपई सोरेन की जासूसी कर रहे थे। उनके पीछे-पीछे लगे रहते थे। उन्होंने बताया कि उन्हें यह जिम्मेदारी स्पेशल ब्रांच के आईजी जो एसीबी के एडीजी हैं प्रभात कुमार ने दी थी। उन्हीं के आदेश पर वे लोग चंपई सोरेन की जासूसी कर रहे थे।
देश के इतिहास में संभवत पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने अपने ही कैबिनेट मंत्री की जासूसी कराई है। इसकी भी संभावना जताई जा रही है कि चंपई सोरेन का फोन भी टेप किया गया है। जासूसी के लिए भारी राशि खर्च की गई है। दोनों सब इंस्पेक्टर फ्लाइट से दिल्ली आना जाना करते थे और होटल ताज में रुकते थे। आखिर उनके लिए धन की व्यवस्था कौन करता था। इस जासूसी कांड के पीछे पुलिस विभाग के कौन-कौन अधिकारी हैं। अब इस पूरे मामले का खुलासा दिल्ली पुलिस करेगी। दिल्ली पुलिस ने जांच शुरू कर दी है। दिल्ली पुलिस को दोनों सब इंस्पेक्टर ने पूछताछ में कई अहम जानकारी दी है। इसी जानकारी के आधार पर अब आगे की कार्रवाई होगी।
जासूसी कांड का खुलासा होने के बाद झारखंड में नया राजनीतिक तूफान खड़ा हो गया है। कई राजनीतिक और अधिकारी इसके लपेटे में आ गए हैं। भारतीय जनता पार्टी हेमंत सोरेन सरकार के खिलाफ हमलावर हो गई है भाजपा का कहना है की एक आदिवासी मंत्री जो सबसे सीनियर विधायक हैं और आंदोलनकारी हैं उनकी जासूसी कराई गई। पार्टी इस मामले की उच्च स्तरीय जांच की मांग कर रही है।