Location: सगमा
सगमा (गढ़वा): सगमा प्रखंड क्षेत्र में शनिवार दोपहर से शुरू हुई हल्की बूंदाबांदी ने बाद में मूसलधार बारिश का रूप ले लिया। दोपहर तीन बजे से चार बजे के बीच झमाझम बारिश ने लोगों को तपती धूप और उमस से राहत दी, लेकिन इस मानसून पूर्व बारिश ने गरमा फसल की चिंता बढ़ा दी है।
किसानों का कहना है कि इतनी अधिक बारिश उनके खून-पसीने से उगाई गई फसल को नुकसान पहुंचा सकती है। सगमा प्रखंड में बैंगन, खीरा, लौकी, साग, भिंडी जैसी गरमा फसलें बड़ी मात्रा में लगाई जाती हैं, जो अधिक पानी सहन नहीं कर पातीं।
किसान नंदू कुशवाहा, सोनू कुशवाहा, लालू कुशवाहा, रामचंद्र शाह, बिनोद गुप्ता, रविंद्र कुशवाहा, नरेश पाल, रघु कुशवाहा, सुरेंद्र मेहता और उदय मेहता ने बताया कि लगातार दूसरे दिन बारिश हो रही है, जिससे फसल गलने की आशंका बढ़ गई है। किसानों ने कहा कि अगर खेतों से पानी जल्द नहीं निकला, तो फसलें खराब हो सकती हैं।
कुल मिलाकर जहां आम लोगों को मौसम ने राहत दी है, वहीं किसानों के चेहरे पर चिंता की लकीरें खिंच गई हैं। बारिश की यह मार उनकी मेहनत और आय दोनों पर भारी पड़ सकती है।