Location: Ramana
रमना (गढ़वा): जैसे-जैसे वित्तीय वर्ष का अंत नजदीक आ रहा है, सरकारी योजनाओं में अनियमितताओं की चर्चाएं जोर पकड़ रही हैं। मुख्यमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत गुलरही बांध से बाबुडीह-वीरकुंवर होते हुए सिलीदाग पंचायत भवन तक सड़क मरम्मति कार्य में बड़े पैमाने पर गड़बड़ी और अनियमितता के आरोप लगाए जा रहे हैं।
स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि किसानों की रैयती भूमि पर बिना मुआवजा दिए और पावर के दम पर जबरन सड़क निर्माण किया जा रहा है। एक साल पहले, जनवरी 2024 में इस सड़क मरम्मति का ताम-झाम के साथ शिलान्यास किया गया था। लेकिन, संवेदक द्वारा पूरे साल मरम्मत कार्य शुरू नहीं किया गया। संबंधित विभाग के अधिकारियों ने भी इसकी सुध नहीं ली।
वित्तीय वर्ष के अंत में जल्दबाजी में काम शुरू
अब, जब वित्तीय वर्ष समाप्त होने में कुछ दिन शेष हैं, संवेदक ने अचानक मरम्मति कार्य शुरू कर दिया है। ग्रामीणों का आरोप है कि यह कार्य गुणवत्ता मानकों के विपरीत किया जा रहा है। सिलीदाग निवासी गुंजेश कुमार सिंह, रविंद्र कुमार सिंह, दिनेश सिंह, अजीत कुमार सिंह, गुड्डू, मनोज और शलिकग्राम के अन्य ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि संवेदक ने जबरन किसानों की हरित रैयती भूमि पर सड़क निर्माण किया। वहीं, प्रभावशाली लोगों को लाभ पहुंचाने के उद्देश्य से सरकारी सड़क की भूमि छोड़ दी गई।
विधायक से न्याय की गुहार
क्षेत्रीय विधायक अनंत प्रताप देव से ग्रामीणों ने मांग की है कि किसानों की रैयती भूमि पर किए जा रहे अतिरिक्त मरम्मति कार्य का मुआवजा दिलाया जाए। साथ ही, मरम्मत कार्य को पूर्व से बनी सड़क पर ही गुणवत्ता के साथ पूरा किया जाए।
ग्रामीणों ने कहा कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं हुई तो वे आंदोलन के लिए मजबूर होंगे। मामले ने क्षेत्र में व्यापक असंतोष पैदा कर दिया है।