Location: Ranka
रंका (गढ़वा): मनरेगा योजना में अनियमितताओं की शिकायत पर शनिवार को लोकपाल द्वारा कंचनपुर पंचायत के होन्हे कला गांव में निरीक्षण किया गया। जांच के दौरान गाय शेड के लाभुकों—विश्वनाथ भुईयां, नीलम देवी और आनंदी यादव—ने वेंडर अग्रसेन इंटरप्राइजेज के संचालक रोहित अग्रवाल पर सामग्री आपूर्ति में गड़बड़ी का आरोप लगाया।
लाभुकों का कहना है कि वर्ष 2021-22 में स्वीकृत गाय शेड निर्माण में वेंडर ने बिना सामग्री उपलब्ध कराए, कुल राशि का 80% हिस्सा अपने पास रख लिया।
फर्जी बोर्ड और खाली गोदाम का खुलासा
शिकायतों के आलोक में लोकपाल ने पहले निर्माण कार्य की जांच की, जिसमें वह संतोषजनक पाया गया। इसके बाद, जब लोकपाल अग्रसेन इंटरप्राइजेज के पते (रंका-गढ़वा मार्ग स्थित दौनादाग गांव) पर पहुंचे, तो वहां एक खाली कमरे के दरवाजे पर फर्जी बोर्ड लगा पाया गया।
कुछ देर बाद संचालक रोहित अग्रवाल वहां पहुंचे और कमरे को खोला, लेकिन अंदर न तो कोई निर्माण सामग्री मिली और न ही कोई व्यवस्थित दस्तावेज। एक जीर्ण-शीर्ण रजिस्टर के अलावा वहां बैठने तक की व्यवस्था नहीं थी।
बड़े पैमाने पर अनियमितता का संदेह
लोकपाल ने बताया कि मनरेगा योजना में प्रखंड विकास पदाधिकारी (BDO) और प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी (BPO) के संरक्षण में सामग्री आपूर्ति में भारी गड़बड़ी और कमीशनखोरी के प्रमाण मिले हैं। जीएसटी वसूली से लेकर फर्जी वेंडर नेटवर्क तक, इस गड़बड़ी में दर्जनभर से अधिक लोगों के शामिल होने की जानकारी मिली है।
लोकपाल ने स्पष्ट किया कि जांच जारी है और दोषियों के खिलाफ विधिसम्मत कार्रवाई की जाएगी।