Location: Garhwa
भाजपा के अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष भूषण सिंह और अनुसूचित जाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष लक्ष्मण राम ने कहा कि विधायक भानु प्रताप शाही पर रमना थाने में झूठा एससी एसटी का मामला दर्ज कराया गया है।
इसमें झामुमो नेता सह पूर्व विधायक अनंत प्रताप देव व ताहीर अंसारी के मिलीभगत है। मामले में राज्यपाल से जांच की मांग करेंगे। भाजपा नेताआं बुधवार को विधायक भानु प्रताप शाही के गढ़वा स्थित आवास पर पत्रकार वार्ता में बोल रहे थे। नेताओं ने कहा कि 20 जुलाई को विधायक सह पार्टी के प्रदेश उपाध्यक्ष भानु प्रताप शाही रांची में आयोजित विस्तृत कार्यकारिणी की बैठक में संचालन कर रहे थे। विधायक ने मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के खिलाफ कुछ भी असंसदीय भाषा का प्रयोग नहीं किया है। जिससे किसी व्यक्ति के जाति को ठेस पहुंचे। बल्कि भाजपा राज्य में विपक्ष में है। उस नाते जनता की दर्द को विधायक मंच से बयां कर रहे थे। नेताओं ने कहा कि रमना थाने में बहियार खुर्द गांव निवासी राजेंद्र उरांव ने विधायक पर मुख्यमंत्री के विरुद्ध असंसदीय भाषा का प्रयोग करते हुए जाति को ठेस पहुंचाने को लेकर एससी एसटी के तहत केस दर्ज कराया है। जो बिलकुल निराधार व बेबुनियाद है। नेताओं ने गढ़वा विधायक सह मंत्री मिथिलेश ठाकुर पर भी निशाना साधते हुए कहा कि वे राज्य के नहीं बल्कि गढ़वा व भवनाथपुर के मंत्री हैं। लोक सभा चुनाव में जनता ने लोक सभा चुनाव में ही इंडी गठबंधन को सबख सिखाने का काम किया है। बावजूद झामुमो के लोग समझ नहीं पा रहे हैं। भाजपा नेताओं ने चुनौती देते हुए कहा कि विधानसभा चुनाव में जनता हेमंत सोरेन को कुर्सी से उतारने का काम अवश्य करेगी। पत्रकार वार्ता में युवा मोर्चा के धुरकी मंडल अध्यक्ष मनोज सिंह, केतार मंडल के अनुसूचित जाति मोर्चा के मंडल अध्यक्ष राज कुमार पासवान, एससी मोर्चा के केतार मंडल अध्यक्ष विजय सिंह चेरो आदि उपस्थित थे।