
Location: Bhavnathpur
भवनाथपुर (गढ़वा) झारखंड सरकार के लिए राजस्व का एक मजबूत स्रोत माने जाने वाला मद निषेध विभाग इन दिनों भवनाथपुर में अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल नजर आ रहा है। भवनाथपुर की सरकारी दो अंग्रेजी शराब दुकानों में इन दिनों शराब और बियर की भारी कमी देखने को मिल रही है। स्थिति यह है कि शराब प्रेमियों की ब्रांड के वियर और शराब नहीं मिलने से हलक तक सूख रही है, वहीं विभाग के राजस्व का भी नुकसान हो रहा है।
लोगों का कहना है कि मद निषेध विभाग को राज्य सरकार का ‘दूधारू विभाग’ कहा जाता है, क्योंकि इससे भारी मात्रा में राजस्व की प्राप्ति होती है। लेकिन इन दिनों भवनाथपुर में शराब और बियर का मेल पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध नहीं हो पा रहा है, जिससे ग्राहक काफी नाराज़ हैं। कई बार दुकानों पर पहुंचने पर उन्हें खाली हाथ लौटना पड़ता है।
यह स्थिति केवल ग्राहकों की परेशानी तक सीमित नहीं है, बल्कि सरकार के खजाने पर भी इसका सीधा असर पड़ रहा है। सीमावर्ती क्षेत्र होने के कारण लोग उत्तर प्रदेश की कोन की ओर रुख कर रहे हैं, जहां ब्रांडेड और सस्ती शराब और बियर आसानी से उपलब्ध है। इससे न केवल झारखंड का राजस्व प्रभावित हो रहा है, बल्कि अवैध व्यापार और तस्करी जैसी समस्याएं भी बढ़ सकती हैं।
सोमवार को भवनाथपुर बाजार स्थित एक सरकारी शराब दुकान का काउंटर केवल रात आठ बजे से ही बंद हो गया, क्योंकि दुकान पर बियर और शराब दोनों का स्टॉक समाप्त हो चुका था। ग्राहक मायूस होकर लौटते देखे गए।
संबंधित विभाग के लोगों को चाहिए कि वह इस स्थिति को गंभीरता से ले और भवनाथपुर जैसे सीमावर्ती क्षेत्रों में मद निषेध विभाग की भूमिका को सक्रिय बनाए ताकि न केवल ग्राहकों को राहत मिले बल्कि राज्य को मिलने वाला बहुमूल्य राजस्व भी सुरक्षित रह सके।