
Location: Bhavnathpur

भवनाथपुर (गढ़वा)। प्रखंड में अप्रैल माह में ही गर्मी ने प्रचंड रूप धारण कर लिया है। तापमान 45 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच गया है, जिससे आम जनजीवन पूरी तरह से प्रभावित हो रहा है। स्कूली छात्र-छात्राओं, मजदूरों, व्यवसायियों और वाहन चालकों तक को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। भीषण गर्मी के कारण लोग घर से बाहर निकलने से कतराने लगे हैं, जबकि जरूरी कार्यों से बाहर जाने वाले लोग लू और हीट स्ट्रोक की चपेट में आ रहे हैं।
विशेषकर दोपहर के समय सूर्य की तपिश असहनीय हो जाती है। खुले मैदानों और सड़कों पर निकलना जोखिम भरा हो गया है। भवनाथपुर बाजार, पंचायत क्षेत्र और ग्रामीण इलाकों में गर्मी के चलते जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। लोग अब सुबह जल्दी या देर शाम ही बाहर निकलने की कोशिश कर रहे हैं, लेकिन छात्रों के लिए समय पर विद्यालय जाना मजबूरी बन गया है।
स्कूलों में न तो ठंडे पानी की व्यवस्था है, न ही पंखे और कूलर सही ढंग से काम कर रहे हैं। इस कारण बच्चों की तबीयत बिगड़ने की घटनाएं लगातार सामने आ रही हैं। कुछ विद्यालयों में छात्र-छात्राएं बेहोश तक हो रहे हैं, लेकिन प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। शिक्षकों और अभिभावकों ने प्रशासन से स्कूलों का समय घटाने या गर्मी की छुट्टियां जल्द घोषित करने की मांग की है।
वहीं दूसरी ओर, भवनाथपुर के कई इलाकों में पेयजल संकट गहराता जा रहा है। कई हैंडपंप सूख चुके हैं और सोलर जलमीनारें ठप पड़ी हैं। लोगों को पानी के लिए लंबी दूरी तय करनी पड़ रही है। महिलाएं और बच्चे दिन का बड़ा हिस्सा पानी लाने में ही बिता रहे हैं।
स्थानीय स्वास्थ्य केंद्र में गर्मी से प्रभावित मरीजों की संख्या लगातार बढ़ रही है। खासकर बुजुर्ग, छोटे बच्चे और पहले से बीमार लोग अधिक प्रभावित हो रहे हैं।
जनता ने प्रशासन से मांग की है कि जल्द से जल्द ठोस कदम उठाए जाएं। स्कूली बच्चों के लिए विशेष राहत, पेयजल की समुचित व्यवस्था और सार्वजनिक स्थानों पर शीतल पेय जल व छांव की सुविधा अनिवार्य हो गई है। यदि समय रहते प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया, तो स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।